नई दिल्ली: दिल्ली में आज (शुक्रवार) कोरोना संक्रमण के 183 नए मामले दर्ज किए गए है। इनमें से 154 मामले निज़ामुद्दीन मरकज़ से जुड़े हैं। ये आंकड़े दिल्ली सरकार के हैं। वहीं, केंद्र सरकार की स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, शुक्रवार रात 9 बजे तक दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 903 मामले सामने आए हैं। जबकि, दिल्ली में इस जानलेवा बीमारी से जंग जीतकर 25 लोग वापस अपने घर लौट गए हैं। यही नहीं दिल्ली में अब तक इस बीमारी की वजह से 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
कुल मामलों में से 584 मामले मार्च में निजामुद्दीन इलाके में हुए धार्मिक कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं। महानगर में बृहस्पतिवार की रात तक घातक वायरस से मरने वालों की संख्या 12 और संक्रमित लोगों की संख्या 720 थी। अधिकारियों ने बताया कि दो और लोगों की मौत के साथ दिल्ली में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। उन्होंने कहा कि कुल मामलों में से 26 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और एक व्यक्ति देश से बाहर चला गया है।
दिल्ली में पिछले दो दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हुई है। इनमें से ज्यादातर मामले में तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के हैं। दिल्ली सरकार की तरफ से इस बात को लेकर पहले ही साफ कर दिया गया था कि आने वाले समय में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो सकती है। दिल्ली सरकार की तरफ से इस बात की आशंका इसलिए पहले ही जाहिर की गई थी क्योंकि मरकज से अस्पताल में भर्ती हुए कई तबलीगी जमात के लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखे थे।
बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली में मास्क पहनकर निकलना अनिवार्य कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बिना मास्क लगाए घर से बाहर निकले 130 से अधिक लोगों पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कुल 137 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 32 मामले दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में दर्ज किए गए।
दक्षिणी जिले में 23, उत्तरी जिले में 20, बाहरी जिले में 14 और शाहदरा में 14 मामले दर्ज किए गए। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए दिल्ली में घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है।
दक्षिणी जिले में लॉकडाउन के दौरान आदेश का उल्लंघन कर शबेबरात के अवसर पर लोग एकत्रित हुए जिसके खिलाफ महरौली पुलिस थाने में एक मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि शब ए बरात के दौरान उपद्रव की आशंका के चलते 240 लोगों को हिरासत में लिया गया था जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।