बिहार में NRC-NPR के प्रस्ताव के बाद गरमाई राजनीति, जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार को दिया महागठबंधन में आने का प्रस्ताव तो राबड़ी देवी ने कही ये बात
By एस पी सिन्हा | Published: February 26, 2020 11:11 PM2020-02-26T23:11:32+5:302020-02-27T14:52:10+5:30
राबड़ी देवी ने बुधवार को कहा कि यह प्रस्ताव (एनआरसी) विपक्ष के दबाब में पारित हुआ है. उन्होंने तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुलाकात को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री से सभी लोग मिलने जाते हैं और मैं भी नीतीश जी से मिली थी. राबड़ी देवी ने आगे कहा कि यदि नीतीश जी का मन पलटता है तो भी राजद स्वीकार नहीं करेगी.
बिहार में एनआरसी और एनपीआर का प्रस्ताव विधानसभा से सर्वसम्मति से पारित होने के बाद राजनीतिक तापमान में बढ़ोतरी देखी जाने लगी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विपक्ष की बात मानने की बात को लेकर अब महागठबंधन ने नया सपना देखना शुरू कर दिया है. महागठबंधन के नेताओं ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार को बड़ा ऑफर देना शुरू कर दिया है तो वहीं राजद नेता व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने साफ कहा है कि अब हमारा मन डोलने वाला नहीं है.
राबड़ी देवी ने बुधवार को कहा कि यह प्रस्ताव (एनआरसी) विपक्ष के दबाब में पारित हुआ है. उन्होंने तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुलाकात को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री से सभी लोग मिलने जाते हैं और मैं भी नीतीश जी से मिली थी. राबड़ी देवी ने आगे कहा कि यदि नीतीश जी का मन पलटता है तो भी राजद स्वीकार नहीं करेगी. राजद अपन मन बना चुकी है. वहीं, बिहार में शिक्षकों के हड़ताल पर उन्होंने कहा कि सरकार को शिक्षकों की मांगें मान लेनी चाहिए. हड़ताल खत्म कराना चाहिए. शिक्षा मंत्री हड़ताली शिक्षकों से बातचीत करें, क्योंकि राज्य में परीक्षा ठीक से नहीं हो रही है. जनता और शिक्षक सडक पर हैं. राबड़ी देवी ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनआरसी से इनकार है तो उन्हें सीएए भी खारिज करना चाहिए.
यहां बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है. विधानसभा परिसर में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का स्टैंड ठीक है. उन्होंने सोच समझकर यह कदम उठाया है. एक सवाल पर उन्होंने कहा कि महागठबंधन में जदयू के आने की बात अलग है. लेकिन मैं पहले से आग्रह करता रहा हूं की मुख्यमंत्री जी आप एनडीए छोड़ें और महागठबंधन में आ जाएं. उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद पहले ऐसा बोल चुके हैं. मांझी ने कहा कि महागठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमिटी तय करेगी कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? फिर उन्होंने पत्रकारों के द्वारा पूछे जाने पर 3 बार से अधिक दोहराया कि वर्तमान समय में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार से बढ़िया चेहरा कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब भी महागठबंधन में आएं तो उनका स्वागत है.
वहीं, राजद विधायकों ने नीतीश कुमार को एनआरसी और एनपीआर पर प्रस्ताव पारित होने पर धन्यवाद दिया और कहा कि हमारी जीत हुई है, हमारी मांगे पूरी हुई हैं. वहीं राजद विधायक डॉक्टर नवाज आलम ने कहा कि नीतीश कुमार का एनडीए में दम घुट रहा है. इसलिए वह चाहते हैं कि जल्दी से निजात मिले.
जबकि कांग्रेस विधायक अवधेश सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार सेक्यूलर नेता हैं, उनसे कोई परहेज नहीं है. मंगलवार को तेजस्वी यादव और हमारे साथ नीतीश जी की मुलाकात हुई थी, वो पहली कड़ी है. राजनीति में कुछ भी संभव है.
वहीं. भाजपा के विधान पार्षद संजय पासवान ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से एनआरसी, एनपीआर और सीएए के पक्ष में है. यह देश के गरीबों के लिए जरूरी है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के पहले भाजपा के बड़े नेताओं से राय मशविरा कर लिया होगा, फिर भी मैं व्यक्तिगत रूप से एनआरसी, एनपीआर और सीएए का प्रबल पक्षधर रहूंगा.