अब संस्कृत में भी जारी होंगी सरकारी प्रेस विज्ञप्तियां, CM योगी का फैसला
By स्वाति सिंह | Published: September 28, 2020 08:17 AM2020-09-28T08:17:21+5:302020-09-28T08:17:21+5:30
सरकार ने बाकायदा संस्कृत में प्रेस रिलीज जारी करना भी शुरू कर दिया है। इसकी शुरुआत करते हुए संस्कृत की एक टीम ने काम करना शुरू भी कर दिया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सरकारी कामकाज में अब संस्कृत भाषा को भी जोड़ दिया है। अब, राज्य में अब सरकार सूचना विभाग के कामकाज को हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी भाषा के अलावा संस्कृत में भी प्रकाशित करेगी।योगी सरकार ने फैसला लेते हुए सरकारी कामकाज में संस्कृत भाषा को भी जोड़ दिया है।
इसकी शुरुआत भी की जा चुकी है। योगी सरकार का सूचना विभाग अब चार भाषाओं में अपने कामकाज को प्रकाशित करेगा। हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी भाषा के अलावा संस्कृत को इसमें जोड़ा गया है।
बता दें कि सरकार ने बाकायदा संस्कृत में प्रेस रिलीज जारी करना भी शुरू कर दिया है। इसकी शुरुआत करते हुए संस्कृत की एक टीम ने काम करना शुरू भी कर दिया है।
सरकार के मुताबिक यह फैसला संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है। साथ ही संस्कृत प्रेमियों की मांग को देखते हुए ये कदम उठाया गया है।
छेड़खानी और यौन उत्पीड़न के आरोपियों के पोस्टर लगेंगे
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों की तस्वीरों वाले पोस्टर राज्य के प्रमुख चौराहों पर लगवाने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने ऐसे अपराधियों को महिला पुलिसकर्मियों के हाथों सजा दिलवाने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि इस कदम का मकसद मनचलों तथा महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने वाले लोगों के जहन में कानून का डर बैठाना है।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि अगर किसी इलाके में किसी महिला के प्रति अपराध होता है तो सम्बन्धित पुलिस क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्ष, चौकी प्रभारी और बीट प्रभारी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने बताया कि लड़कियों और महिलाओं में सुरक्षा और विश्वास की भावना भरने के लिये राज्य के सभी जिलों में गठित 'एंटी रोमियो दलों' को और सक्रिय किया गया है।