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ऑक्सीजन की कमी से देश में मौत पर केंद्र ने अब कहा- आंध्र प्रदेश में गई कुछ मरीजों की जान

By दीप्ती कुमारी | Updated: August 11, 2021 14:41 IST

देश में कोविड-19 की लहर के दौरान ऑक्सीजन से हुई मौतों के मामले में केंद्र ने संसद में जवाब दिया । केंद्र की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया कि दूसरी लहर के दौरान आंध्र प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हुई थी ।

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ठळक मुद्देकेंद्र ने माना दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई संसद में केंद्र की ओर से कहा गया कि आंध्र प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से हुई कुछ मौतेंकेंद्र की रिपोर्ट में कहा गया कि सभी मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे

हैदराबाद : पहली बार स्वास्थय मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतें हुई । केंद्र ने मंगलवार को संसद में बताया कि आंध्र प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी के कारण कुछ मरीजों की जान गई । 

वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे सभी मरीज

मंत्रालय की ओर से संसद में कहा गया कि ऐसे मरीज जो वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे । उनकी कोविड-19 इलाज के दौरान मौत हुई । स्वास्थ्य मंत्री ने अपने जवाब में कहा कि 9 अगस्त को आंध्र प्रदेश सरकार ने एसवीआरआर अस्पताल में 10 मई को कुछ मौतों के बारे में जवाब भेजा था, जहां कुछ मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे । 

केंद्र ने अपने लिखित जवाब में कहा कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार ऐसा लगता है कि 10 किलोलीटर ऑक्सीजन टैंक के लेवलिंग और इस अस्पताल के बैकअप मैनीफोल्ड सिस्टम को चालू करने के बीच ऑक्सीजन लाइनों में दवाब की कमी के कारण ऐसा हुआ । 

केंद्र ने कहा 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश ने दी प्रतिक्रिया 

केंद्र ने हाल ही में राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के संबंध में हुई मौतों के आंकड़े मांगे थे । 13 अगस्त को मानसून सत्र समाप्त होने से पहले सूचनाओं को संसद में पेश किया गया । एक रिपोर्ट में कहा गया कि केवल 13 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों - अरुणाचल प्रदेश,असम,उड़ीसा,उत्तराखंड,जम्मू और कश्मीर,लद्दाख,झारखंड,मध्य प्रदेश और पंजाब में अब तक प्रतिक्रिया दी है । 

दूसरी और दिल्ली जिसे अप्रैल-मई में दूसरी लहर के दौरान सबसे ज्यादा ऑक्सीजन संकट का सामना करना पड़ा । उसकी और से कहा गया कि उन्हें केंद्र की ओर से ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौतों के बारे में कोई जवाब नहीं मांगा गया है । 

दिल्ली डिप्टी सीएम  ने लगाया था आरोप 

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी केंद्र पर ऑक्सीजन के संकट को लेकर गंभीरता दिखाने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा, "कोविड की दूसरी लहर के दौरान देश ऑक्सीजन संकट से जूझ रहा था। अस्पतालों में लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण मर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर केंद्र सरकार से गंभीरता से सवाल किया, लेकिन केंद्र सरकार असंवेदनशील बनी हुई है।" विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान  ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई है ।  

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