PM मोदी इंटरव्यूः नोटबंदी से हुए नुकसान पर कहा-जब रेल पटरी से उतरती है तो स्पीड कम हो जाती है
By रामदीप मिश्रा | Updated: January 1, 2019 18:43 IST2019-01-01T18:43:53+5:302019-01-01T18:43:53+5:30
पीएम मोदी ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमारे देश में फॉर्मल इकॉनमी की जरूरत थी। बोरों में काला पैसा भरकर रखा जाता था। नोटबंदी से छिपा हुआ काला धन बैंकिंग व्यवस्था में लौटा है।

PM मोदी इंटरव्यूः नोटबंदी से हुए नुकसान पर कहा-जब रेल पटरी से उतरती है तो स्पीड कम हो जाती है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, साल 2016 को नोटबंदी कर सभी चौंका दिया था, जिसके बाद से केंद्र सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रही है। इस बीच नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (1 जनवरी) को एक समाचार एजेंसी को दिए अपने इंटरव्यू में नोटबंदी को देश को आर्थिक मजबूती देने वाला कदम बताया है।
पीएम मोदी ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि नोदबंदी एक झटका नहीं था। हमारे देश में फॉर्मल इकॉनमी की जरूरत थी। बोरों में काला पैसा भरकर रखा जाता था। नोटबंदी से छिपा हुआ काला धन बैंकिंग व्यवस्था में लौटा है, जिससे आने वाले दिनों में देश को बड़ा फायदा मिलने वाला है। साथ ही साथ ईमानदारी का माहौल बना है।
उन्होंने कहा कि आर्थिक स्वास्थ्य के लिए नोटबंदी करना जरूरी था। नोटबंदी की वजह से देश को आर्थिक मजबूती मिली है। टैक्स देने वालों की संख्या बढ़ी है। इसको हम सफलता कहेंगे। नोटबंदी को लेकर हुए नुकसान पर पीएम ने कहा जब रेल पटरी से उतरती है तो स्पीड कम हो जाती है।
आपको बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 की शाम आठ बजे नोटबंदी करने की घोषणा की थी। उन्होंने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बैन कर दिया था, जिसके बाद नोट बदलवाने के लिए देश के नागरिक बैंकों के सामने कतारों में खड़े नजर आए थे और इस दौरान उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा कई लोगों की जानें भी गई थीं।
वहीं, पीएम मोदी ने राम मंदिर मुद्दे को लेकर साफ किया है कि इस मुद्दे पर कानूनी प्रक्रिया के बाद ही अध्यादेश लाने को लेकर विचार किया जाएगा। राम मंदिर मुद्दे पर कानूनी प्रक्रिया बहुत धीमी चल रही है क्योंकि इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस ने रुकावटें पैदा की हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि राम मंदिर कानून से ही बनेगा।
आपको बता दें, पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव 2014 के ऐन पहले भी ठीक इसी तरह समाचार एजेंसी एएनआई को इंटरव्यू दिया था। तब भी एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश उनका इंटरव्यू किया था। अब फिर से लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और पीएम के इस इंटरव्यू से राजनीति गरमा सकती है।