कैप्टन अमरिंदर सिंह का ऐलान, 'भाजपा में नहीं जा रहा हूं पर कांग्रेस में भी नहीं रहूंगा'
By रुस्तम राणा | Updated: October 1, 2021 10:12 IST2021-09-30T14:06:52+5:302021-10-01T10:12:55+5:30
अपने एक इंटरव्यू में कैप्टन अमरिंदर ने यह स्पष्ठ कर दिया कि वे कांग्रेस में अब नहीं रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक कांग्रेस में रहा लेकिन अब मैं पार्टी में नहीं बना रहुंगा। मैं इस तरह के व्यवहार को सहन नहीं कर सकता।

कैप्टन अमरिंदर सिंह
पंजाब कांग्रेस में चल रहे संकट के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि वे न तो भाजपा में शामिल होंगे और न ही कांग्रेस में रहेंगे। कैप्टन अमरिंदर ने यह कहकर उन तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है जिनमें ये कहा जा रहा था कि वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। दरअसल बीते दिन कैप्टन अमरिंदर और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच मुलाकात हुई थी। इस दौरान दोनों ने तकरीबन 54 मिनट तक मुलाकात की, जिसके बाद राजनैतिक गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने हाथ में कमल का फूल थाम सकते हैं।
कैप्टन ने कहा - नहीं कर सकता ऐसे व्यवहार को सहन
गुरुवार को एनडीटीवी को दिए अपने एक इंटवरव्यू में कैप्टन अमरिंदर ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे कांग्रेस में अब नहीं रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक कांग्रेस में रहा लेकिन अब मैं पार्टी में नहीं बना रहूँगा। मैं इस तरह के व्यवहार को सहन नहीं कर सकता। जब उनसे यह पूछा गया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिलने के दृश्य सामने आए तब उन्होंने कहा कि मैंने उनसे पंजाब की सुरक्षा लेकर मुलाकात की।
पंजाब की सुरक्षा को लेकर है चिंता
उन्होंने बताया कि बॉर्डर पार से लगातार ड्रोन्स आ रहे हैं, जिन्हें हमने पकड़ा वो हमारी जानकारी में होते हैं, लेकिन जो नहीं मिलते वो कहां जाते हैं? इस जवाब में कैप्टन अमरिंदर ये बता रहे थे कि पाकिस्तान से लगातार ड्रोन के जरिए हथियार और बम आदि सप्लाई किए जाते हैं। वहीं उन्होंने अमित शाह से मुलाकात को लेकर भी यह स्पष्ट किया कि उन्होंने उनसे मुलाकात किसानों के मुद्दे को लेकर की थी।
मंगलवार से दिल्ली में है अमरिंदर, नहीं की सोनिया गांधी से मुलाकात
बताया जा रहा है कि कांग्रेस से नाराजगी के बाद पार्टी की सीनियर लीडर अंबिका सोनी और कमलनाथ ने अमरिंदर सिंह को मनाने का प्रयास किया था। लेकिन कैप्टन जो कि मंगलवार से दिल्ली में हैं उन्होंने अब तक सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं की है। बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 18 सितंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने सिद्धू पर पाकिस्तान से उनके रिश्तों को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए थे।