"मैं जाति जनगणना का विरोधी नहीं हूं, बशर्ते वो वैज्ञानिक तरीके से हो", डीके शिवकुमार ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 13, 2023 07:30 AM2023-12-13T07:30:19+5:302023-12-13T07:33:39+5:30
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने जाति जनगणना के संबंध में स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी इसका विरोध नहीं किया था।
बेलगावी:कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने जाति जनगणना के संबंध में स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी इसका विरोध नहीं किया था, बल्कि वो तो केवल जनगणना के लिए वैज्ञानिक और व्यवस्थित दृष्टिकोण की मांग कर रहे थे।
शिकुमार ने मंगलवार को सुवर्णा सौधा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "कई विधायकों ने शिकायत की है कि जाति जनगणना वैज्ञानिक तरीके से नहीं की गई थी। ऐसी शिकायतें आई हैं कि जाति जनगणना के दौरान घर-घर सर्वेक्षण नहीं किया गया था। यह उचित ही है और इससे जनगणना में शामिल किये गये सभी समुदायों को उनकी वास्तविक जनसंख्या के प्रतिनिधित् का आनुपातिक लाभ नहीं मिलेगा।”
उन्होंने कहा, "हम केवल यह पूछ रहे हैं कि क्या सर्वेक्षण वैज्ञानिक तरीके से किया गया है। मैं सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षणों में विश्वास करता हूं और मैं सभी समुदायों के लिए सामाजिक न्याय के कांग्रेस पार्टी के दर्शन के साथ खड़ा हूं। मैं भी एक पिछड़े वर्ग से आता हूं लेकिन मेरा यह कर्तव्य बनता है कि मैं सभी समुदायों को एक ही नजरिए से देखूं।''
कर्नाटक में जाति जनगणना के गायब हुए दस्तावेजों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, "मैंने जयप्रकाश हेगड़े से बात की है और मुझे बताया गया है कि जाति जनगणना रिपोर्ट पर सचिव के हस्ताक्षर नहीं हैं। अधिकृत व्यक्तियों के हस्ताक्षर न होने से जनगणना रिपोर्ट की वैधता पर सवाल उठता है।"
शिवकुमार ने यह पूछे जाने पर कि पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का दावा है कि आम चुनाव के बाद 50-60 विधायकों के साथ एक प्रभावशाली कांग्रेसी मंत्री (डीके शिवकुमार) भाजपा में शामिल हो सकते हैं, शिवकुमार ने कहा, "मैं जन्मजात कांग्रेसी हूं। मैं अपनी पार्टी छोड़कर दूसरे के पास जाने के लिए पागल नहीं हूं। मेरे अपने आदर्श हैं और मुझे गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी में बहुत विश्वास है। कुमारस्वामी अफवाहें उड़ा रहे हैं लेकिन मैं इसके बारे में चिंतित नहीं हूं।"