कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र में रविवार से रात्रिकालीन कर्फ्यू

By भाषा | Updated: March 26, 2021 22:47 IST2021-03-26T22:47:47+5:302021-03-26T22:47:47+5:30

Nocturnal curfew since Sunday in Maharashtra amid rising cases of Kovid-19 | कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र में रविवार से रात्रिकालीन कर्फ्यू

कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र में रविवार से रात्रिकालीन कर्फ्यू

मुंबई, 26 मार्च महाराष्ट्र में कोविड-19 के चिंताजनक प्रसार को रोकने के लिए 28 मार्च से रात में कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है। एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को यह जानकारी मिली।

आधिकारिक बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकर ने रविवार रात से कर्फ्यू लगाने के आदेश दिये हैं। ठाकरे ने यहां एक बैठक में स्थानीय अधिकारियों से रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक शॉपिग मॉल को बंद रखना सुनिश्चित करने को कहा है।

बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने आगाह किया है कि अगर लोग कोविड-19 सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करते हैं तो कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड-19 के 36,902 मामले सामने आए हैं जो कि अब तक के सबसे ज्यादा है।

मुंबई के एक मॉल में स्थित अस्पताल में आग लगने के चलते कोरोना वायरस से संक्रमित नौ मरीजों की मौत हो गई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से इन सभी अस्थायी अस्पतालों में आग से सुरक्ष की जांच करने के लिए कहा है। इन अस्थायी अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों का उपचार चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने संभागीय आयुक्तों, जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और मेडिकल कॉलेज के डीन के साथ राज्य में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की।

चिकित्सा शिक्ष मंत्री अमित देशमुख भी इस बैठक के लिए मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ में मौजूद थे जबकि स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हिस्सा लिया।

ठाकरे को यह कहते हुए उद्धृत किया गया, ‘‘ मेरी इच्छा लॉकडाउन लागू करने की नहीं है। लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से अस्पतालों पर क्षमता से अधिक भार पड़ने की आशंका पैदा हो गई है।’’

बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से अस्पतालों में पर्याप्त बिस्तर और दवाइयों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए कहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को यह समझने की जरूरत है कि कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है बल्कि बढ़ गया है।

उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो संबंधित जिलों में लॉकडाउन लगाए जाने चाहिए लेकिन यह कदम अचानक नहीं उठाना चाहिए। अधिकारियों को इसकी जांच करनी चाहिए कि निजी प्रतिष्ठान कर्मचारियों की उपस्थिति और समय के मामले में दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं या नहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र लोगों को टीका लगाने के मामले में देश में आगे चल रहा है लेकिन इसे और प्रभावी बनाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर गठित कार्यबल को जिला प्रशासनों को वायरस के नए रूप के बारे में रास्ता दिखाना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों से वेंटिलेटर, आईसीयू और ऑक्सीजन बिस्तरों की उपलब्धता और जांच को बढ़ाने के लिए कहा है।

देशमुख ने कहा कि राज्य सरकार को केंद्र से और टीके की खुराक मांगनी चाहिए और कॉलेजों और विद्यालयों के खुलने से पहले शिक्षकों को टीके की खुराक दी जानी चाहिए।

अधिकारियों के अनुसार राज्य में अब तक 52 लाख लोगों को टीके की खुराक दी गई है।

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Web Title: Nocturnal curfew since Sunday in Maharashtra amid rising cases of Kovid-19

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