अपहरण के आरोपी कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर घिरी बिहार सरकार, नीतीश ने कहा- मुझे जानकारी नहीं
By शिवेंद्र राय | Published: August 17, 2022 03:18 PM2022-08-17T15:18:58+5:302022-08-17T15:21:43+5:30
कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर बिहार की नई सरकार लगातार घिरती जा रही है। बिहार के मोकामा से आने वाले कार्तिकेय सिंह राजद के एमएलसी हैं। उन पर साल 2014 के राजीव रंजन अपहरण मामले में केस दर्ज है और वारंट भी जारी है। लेकिन जिस दिन कार्तिकेय सिंह को सरेंडर करना था उसी दिन उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली।
पटना: हाल ही में बिहार में नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। लेकिन अब बिहार के नए कानून मंत्री पर विवाद छिड़ गया है। राजद कोटे से एमएलसी कार्तिकेय सिंह को को मंत्री बनाया गया और उन्हें कानून मंत्रालय सौंपा गया। लेकिन बिहार के नए कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह अपहरण के एक मामले में आरोपी हैं और उनके खिलाफ वारंट भी जारी है। भाजपा अब इस मामले में नई सरकार पर हमलावर है और जंगलराज के दोबारा वापस आने की बात कह रही है। वहीं नीतीश कुमार ने कहा है कि वह कार्तिकेय सिंह के आपराधिक इतिहास के बारे में कुछ नहीं जानते।
We expect Patna HC to take serious notice of this. I expect CM Nitish Kumar to show some courage. Kartikeya Singh should be sacked and strict action should be taken against him: BJP leader Ravi Shankar Prasad on Bihar law min Kartikeya Singh's allegedly outstanding arrest warrant pic.twitter.com/uwXvTXUJ3L
— ANI (@ANI) August 17, 2022
कार्तिकेय सिंह के खिलाफ 16 अगस्त को अदालत में सरेंडर करने का वारंट जारी किया गया था। लेकिन इसी दिन कार्तिकेय सिंह नीतीश कुमार के मंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे। इस मामले पर भाजपा नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के दबाव में काम कर रहे हैं। सुशील मोदी ने नीतीश से कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त करने की मांग की है। सुशील मोदी ने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कभी भी नीतीश कुमार को धोखा देकर खुद मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
बता दें कि कार्तिकेय सिंह को बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह का करीबी माना जाता है। कार्तिकेय सिंह ने एमएलसी चुनावों में जदयू के प्रत्याशी को हराकर जीत दर्ज की थी। कभी पेशे से शिक्षक रहे कार्तिकेय सिंह को मोकामा में मास्टर साहब के नाम से जाना जाता है। कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री बनाए जाने पर भाजपा की बिहार इकाई ने अनंत सिंह के साथ उनकी तस्वीर साझा कर महागठबंधन सरकार पर तंज कसा है।
सत्ता पाना इनके यहाँ बड़ी है सस्ता,
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) August 17, 2022
जितना बड़ा अपराध उतना सुगम रास्ता! pic.twitter.com/tEjERvs5rR
बता दें कि जिस मामले में कार्तिकेय सिंह के खिलाफ अदालत ने वारंट जारी किया है वह केस साल 2014 के राजीव रंजन अपहरण मामले से जुड़ा हुआ है। हालांकि, वारंट जारी होने के बाद भी कार्तिकेय सिंह ने न ही आत्मसमर्पण किया और न ही जमानत ली।