बिहार में शराब से होने वाली मौतों पर मुआवजा देने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया इनकार, मीडिया पर भी कसा तंज
By एस पी सिन्हा | Published: December 16, 2022 03:49 PM2022-12-16T15:49:28+5:302022-12-16T15:51:12+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा सत्र के दौरान भाकपा विधायक सत्येंद्र कुमार की मुआवजा देने मांग पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जो पीकर मरेगा, उसको एक पैसा का मुआवजा नहीं देंगे।
पटना: बिहार विधानसभा में लगातार चौथे दिन जमकर हंगामा हुआ। सदन में कुर्सियां पटकीं गईं। इस बीच आज सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर दोहराया कि ’शराब पियोगे तो मरोगे ही’। साथ ही उन्होंने भाजपा के हंगामे के पर कहा कि अगर शराब पीना है तो मिलकर तय कर लीजिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह शराब पीने वालों के वे कभी सहयोग नहीं देंगे।
जहरीली शराब से मौत के बाद परिजनों को 10 लाख की आर्थिक मुआवजा देने की भाजपा की मांग पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कैसे संभव है कि शराबबंदी में कोई जहरीली शराब पीकर मर जाय और उसको आर्थिक सहायता दी जाय। उन्होंने कहा कि शराब पीकर मृत्यु पर हम उसे सहायता राशि देंगे? ये सवाल ही नहीं पैदा होता। उन्होंने शराबबंदी को सही साबित करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण का भी जिक्र किया।
शुक्रवार को बिहार विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार इस पूरे मामले को लेकर गंभीर है और इस शराबकांड में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भाजपा पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि जो लोग देश में राज कर रहे हैं, उनके राज्य में क्या हाल है, वहां भी तो शराबबंदी है। आज हम अलग हो गए तो हल्ला कर रहे हैं। नीतीश ने कहा कि अगर कोई शराब और शराबियों की तरफदारी कर रहा है तो वह आपका हितैषी नहीं हो सकता है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा सत्र के दौरान भाकपा विधायक सत्येंद्र कुमार की मुआवजा देने मांग पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जो पीकर मरेगा, उसको एक पैसा का मुआवजा नहीं देंगे। दरअसल, भाकपा विधायक सत्येंद्र कुमार ने भी मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की थी। नीतीश कुमार ने कहा कि हमसे शराब से हो रही मौत को लेकर पूछा जा रहा है कि यह मौत कब तक रुकेगी? हम तो कहेंगे कि साफ शब्दों में लिखा है कि शराब के सेवन से मौत होगी।
भाजपा से सवाल करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि सभी लोगों ने मिलकर शराबबंदी लागू की थी। अगर आप विरोध में हैं तो खुलकर शराब और शराबियों की प्रचार कीजिए। बिहार मे शराबबंदी लागू होने पर पीएम मोदीजी ने भी तारीफ की थी और आज आपलोग शराबियों की वकालत कर रहें हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यहां आज भी जहरीली शराब कम है, जहां शराबबंदी लागू नहीं है, वहां भी जहरीली शराब पीकर लोग मर रहे हैं। टॉप पर है मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश। सब जगह का देख लीजिए हिसाब किताब। गुजरात में बड़ी संख्या में जहरीली शराब से मर गए तो एक दिन अखबार में छपा और बिहार की खबर को लगातार दिखा रहें हैं। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि कोई विकास का काम हो रहा है? इस पर चर्चा होती है क्या? गुजरात में पुल गिर गया कितनी बड़ी संख्या में लोग मरे। एक दिन खबर छपी। उसके बाद कुछ नहीं छपा। बंगाल में हुआ तो उसका कितना दिन चला?
मीडिया पर तंज कसते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि इस तरह से जब दूसरे जगह मरता है तो काहे नहीं छापते हो। उन्होंने तो जागरूकता के लिए कहा कि शराब पीयेगा तो मरेगा तो मीडिया में इसको दूसरे तरीके से दिखाया जा रहा है। उल्टा बोल रहा है, झगड़ा कराने में लगा हुआ है। अब तो हम एक-एक जगह फिर से जाकर कहेंगे कि अगर कोई शराब के बारे में बोल रहा है तो यह कभी भी आपके हित में नहीं होगा। नीतीश कुमार ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण भी शराब के खिलाफ थे और मुसलमान भी।
इससे पहले जहरीली शराब पर मचे हाहाकार के बीच नीतीश कुमार ने गुरुवार शाम जदयू विधायक दल की बैठक ली थी और इस बैठक में उन्होंने विधायकों से पूछा था कि क्या शराब बंदी खत्म करे दें?’ इस पर सभी विधायकों ने एक सुर में कहा कि किसी भी कीमत पर शराब बंदी खत्म नहीं करनी चाहिए।