उपेन्द्र कुशवाहा के बयान पर बौखलाये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कहा-कुशवाहा को जो मन करे वह बोलें
By एस पी सिन्हा | Published: January 23, 2023 05:46 PM2023-01-23T17:46:11+5:302023-01-23T17:49:02+5:30
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि जदयू के जितने बड़े नेता हैं वे भाजपा के संपर्क में हैं। कुशवाहा के बयान के बाद पार्टी के अंदरखाने नाराजगी देखी जा रही है। कुशवाहा के बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी नाराजगी जाहिर की है।
पटना: जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर सियासत गर्मा गई है। कुशवाहा के बयान के बाद पार्टी के अंदरखाने नाराजगी देखी जा रही है। यह नाराजगी आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर नजर आई। उपेंद्र कुशवाहा के यह कहने पर कि जदयू के जितने बड़े नेता हैं वे भाजपा के संपर्क में हैं, इसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक जवाब दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सवाल का जवाब उपेंद्र कुशवाहा ही दे सकते हैं, उन्हीं से पूछ लीजिए। नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग इन सब चीजों को नहीं देखते हैं। उपेंद्र कुशवाहा को जो मन करे वह बोलें। उन्हीं का सुनिए और छापिए। दरअसल, सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर आयोजित राजकीय समारोह में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार नेताजी की प्रतिमा स्थल पर पहुंचे थे। इसी दौरान जब मीडियाकर्मियों ने उपेंद्र कुशवाहा को लेकर सवाल किया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि जदयू के कौन-कौन नेता भाजपा के संपर्क में हैं, इसका जवाब कुशवाहा ही दे सकते हैं।
वहीं सीवान में जहरीली शराब से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री ने चुप्पी साध ली और वहां से रवाना हो गए। उल्लेखनीय है कि उपेन्द्र कुशवाहा को लेकर पूछे गए सवाल के बाद नीतीश कुमार के चेहरे की भाव भंगिमा और ये कहना है कि उनके बारे में कुछ नहीं कहना है। आप उन्हें से पूछिए और उन्ही की बात को छापिए, से स्पष्ट हो गया है कि बिहार की राजनीति में आनेवाले दिनों में उठापटक होने वाली है और उपेन्द्र कुशवाहा जदयू के बजाय भाजपा के साथ होते नजर आ सकते हैं।
अटकलें ये भी लगाई जा रही हैं कि उपेंद्र कुशवाहा अपनी पुरानी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) को फिर से खड़ी कर सकते हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अगले महीने फरवरी में 22 तारीख को बिहार दौरे पर जाने वाले हैं। माना जा रहा है कि अमित शाह के बिहार दौरे से पहले उपेंद्र कुशवाहा की स्थिति स्पष्ट हो सकती है कि वह फिर से भाजपा के साथ जाएंगे या नहीं।
हालांकि दोबारा भाजपा का हाथ थामने की अटकलों पर उपेंद्र कुशवाहा ने सफाई भी दी है। उन्होंने कहा है कि भाजपा नेताओं से मिलने का मतलब यह नहीं है कि मैं भाजपा में शामिल होने जा रहा हूं।