पटना: एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार कोघटक दलों के नेता के तौर पर चुन लिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आयोजित बैठक में एनडीए के चुने हुए सभी विधायकों ने एकमत से नीतीश कुमार के नाम पर मुहर लगाया है। अब साफ हो गया है कि नीतीश कुमार लगातार चौथी बार बिहार के सीएम पद की शपथ लेंगे।
मुख्यमंत्री आवास पर हो रही इस बैठक में नीतीश कुमार के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के चुनाव प्रभारी देवेन्द्र फड़नवीस, पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) नेता जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) पार्टी के नेता मुकेश सहनी शामिल हुए।
बता दें कि भाजपा के पर्यवेक्षक बनाये गए वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह पटना पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। इससे पहले भाजपा विधायक दल की बैठक को टाल दिया गया, जो सुबह 10 बजे होनी थी।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बैठक से पहले कहा था कि फिलहाल राजग विधायक दल की बैठक होनी है, जिसमें भाजपा, जदयू और हम और वीआईपी के नवनिर्वाचित विधायक शामिल होंगे। हालांकि उन्होंने उपमुख्यमंत्री के नाम पर कोई भी जवाब नहीं दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ देर धैर्य रखिए, सब साफ हो जाएगा।’’ जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कल (सोमवार) का दिन बेहद शुभ है। ’’ इससे पहले जदयू विधायक दल की बैठक हुई । सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुना गया।
भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री प्रेम कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि वह उपमुख्यमंत्री पद के लिये कोई दावेदारी पेश नहीं कर रहे हैं और उन्हें जो भी दायित्व दिया जायेगा, वह उसे पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर बिहार के सपने को साकार करने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
प्रेम कुमार ने कहा कि राजग में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया जायेगा कि कौन नेता होगा और कौन उपमुख्यमंत्री। बहरहाल, ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि उपमुख्यमंत्री पद पर सुशील कुमार मोदी को बनाये रखा जा सकता है।
ऐसी अटकलें भी लग रही हैं कि उपमुख्यमंत्री पद के लिये भाजपा की ओर से अति पिछड़े वर्ग से किसी नाम को आगे बढ़ाया जा सकता है। उपमुख्यमंत्री पद के लिये दलित समुदाय से आने वाले कामेश्वर चौपाल का नाम भी चर्चा में है।