निर्मोही अखाड़ा ने सुप्रीम कोर्ट के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर आए फैसले के खिलाफ एक पुनर्विचार याचिका दाखिल की है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार निर्मोही अखाड़ा के प्रवक्ता कार्तिक चोपड़ा ने ये जानकारी दी है। निर्मोही अखाड़ा ने बुधवार को पुनर्विचार याचिका दायर की।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट कई और पुनर्विचार याचिकाओं पर खुली अदालत में सुनवाई की जाए या नहीं, इसे लेकर कल फैसला सुना सकता है। इस मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड समेत कुछ और पुनर्विचार याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंची हैं।
पुनर्विचार याचिकाओं की सुनवाई ओपन कोर्ट में की जाए या नहीं इस पर फैसला सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ गुरुवार को इन-चैंबर सुनवाई में करेगी। इससे पहले पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यी संविधान पीठ ने सालों से जारी अयोध्या भूमि विवाद पर 9 नवंबर को दिए अपने फैसले में 2.77 एकड़ विवादित भूमि को रामलाल विराजमान को देते हुए वहां राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार को ट्रस्ट के गठन का आदेश दिया था।
साथ ही कोर्ट ने इस मामले के दूसरे पक्ष सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन उपलब्ध कराए जाने का निर्देश भी दिया था। मुस्लिमों की तरफ से इस मामले के मुख्य पक्षकार रहे सुन्नी वक्फ बोर्ड ने कोर्ट के फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटिशन नहीं दाखिल किए जाने का फैसला किया था। हालांकि, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के समर्थन से इस फैसले पर पुनर्विचार के लिये याचिकाएं दायर की गई हैं।