नई दिल्ली: लोकसभा में बजट पर हुई चर्चा के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार, 10 फरवरी को सदन में जवाब दिया। इस दौरान निर्मला सीतारमण विपक्ष पर आक्रामक दिखीं और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। सदन में जवाब देते हुए वित्तमंत्री ने कहा, "मेरा नाम लेकर आरोप लगाए जाते हैं लेकिन मैं बता दूं कि ये किसी को फायदा पहुंचाने वाली सरकार नहीं है जहां जीजा जी के लिए काम होता हो। ये प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सरकार है, जहां सबके हित का ध्यान रखकर काम किया जाता है।"
निर्मला सीतारमण ने जैसे ही कहा कि हमारी सरकार 'जीजा और भतीजा' के लिए काम नहीं करती वैसे ही सदन में जमकर नारेबाजी हुई। वित्त मंत्री ने नई कर व्यवस्था के बारे में कहा, "नई कर व्यवस्था आकर्षक है जिसमें 7 लाख रुपये तक की आय वाले व्यक्ति को कोई टैक्स नहीं देना होगा। नई योजना में बढ़ी हुई छूट बिना शर्त है। इससे निचले कर वर्ग में आय अर्जित करने वालों को बहुत फायदा होगा क्योंकि उनके पास अपने जरूरी खर्चों को पूरा करने के लिए रकम होगी।"
वित्त मंत्री ने लोकसभा में कहा, “बजट उस समय बनाया गया जब रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण उभरते बाजारों पर मुद्रास्फीति का दबाव था। भारत महामारी से बाहर आ रहा था। फिर भी केंद्रीय बजट 2023-24 में समाज के मध्यम वर्ग और एमएसएमई क्षेत्र सहित हर क्षेत्र के लिए कुछ न कुछ जरूर है।"
निर्मला सीतारमण ने आगे कहा, "अगर मैं कुछ शब्दों में बजट 2023-24 का सार बताऊं तो यह राजकोषीय विवेक की सीमा में रहते हुए भारत के विकास अनिवार्यताओं की जरूरत को संतुलित करता है। इस बजट में राज्यों के लिए पर्याप्त संसाधन आवंटित किए गए हैं। राज्यों को बिना ब्याज के 1.3 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।"
बजट पर हुई चर्चा के जवाब में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा भारतीय अर्थव्यवस्था अभी भी सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और 2023-24 में भी ऐसा ही रहेगा। खाद्य सब्सिडी में कटौती के विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए लोकसभा में कहा कि यह लगभग दोगुनी होकर 1.97 लाख करोड़ रुपये हो गई है।