कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के चलते जिंदगी रुक सी गई है। लोगों का मिलना-जुलना बंद हो गया है। ऐसे में भी जरूरी काम नहीं रुक रहे.. लोग लॉकडाउन में भी अपनी जरूरतों को पूरा करने का हल निकल ही ले रहे हैं। यहां तक कि शादी-निकाह भी लॉकडाउन का उल्लंघन किए बिना सभी रीति-रिवाज निभाते हुए संपन्न कराए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। लॉकडाउन के चलते एक परिवार ने वीडियो कॉल पर ही निकाह की रस्में पूरी कीं। वीडियो कॉल पर काज़ी ने निकाहनामा पढ़ा और दोनों तरफ से मौजूद कॉल पर ही दूल्हा-दूल्हन ने एक दूसरे को कुबूल कर लिया।
इससे पहले हरियाणा के रेवाड़ी में ऐसा ही मामला सामने आया था। लॉकडाउन के चलते एक युवक अपनी बरात नहीं ले जा सका। युवक ने वीडियो कॉल के जरिये निकाह की। खोल क्षेत्र के गांव बलवाड़ी निवासी फजरूद्वीन के बेटे ईसराइल खान का 25 मार्च को दिल्ली के द्वारका निवासी याकत खान की बेटी रीनू खां के साथ निकाह होना था। निकाह का कार्यक्रम लड़की पक्ष के गांव द्वारका में आयोजित किया जाना था और परिजनों द्वारा सगे-संबधियों का निमंत्रण पत्र भी बांटे जा चुके थे। ऐसे में कोई विकल्प नहीं बचा था और ईसराइल खान की शादी वीडियो कॉल पर करवाई गई।
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस ने 18 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया
कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर लागू 21 दिन के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन (बंद) में अभी तक दिल्ली पुलिस ने 18 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया है। अधिकारियों ने आज बताया कि दिल्ली पुलिस की पीसीआर वैन ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार को प्रसव पीड़ा झेल रही 18 महिलाओं को विभिन्न अस्पतालों तक पहुंचाया। पुलिस उपायुक्त (पीसीआर) शरत कुमार सिन्हा ने बताया, ‘‘प्रसव पीड़ा से जूझ रहीं महिलाओं से जुड़े फोन लगभग सभी जिलों से आए हैं... बाहरी उत्तरी दिल्ली से चार, द्वारका से आठ, दक्षिण से तीन, रोहिणी से एक, उत्तर पूर्व से एक और पूर्वी से एक फोन कॉल आया।’’ सिन्हा ने बताया कि पुलिस को ये फोन कॉल बृहस्पतिवार रात 11 बजे से शुक्रवार सुबह पांच बजे के बीच आए।