कॉलेज के प्रिंसिपल ने मुस्लिम छात्राओं की क्लास में हिजाब पहने पर लगाई रोक, कहा इससे आएगी समानता; लड़कियों ने कलेक्टर से की शिकायत
By आजाद खान | Published: January 2, 2022 04:05 PM2022-01-02T16:05:18+5:302022-01-02T16:52:15+5:30
इस पर एसडीपीआई की उडुपी इकाई के अध्यक्ष नजीर अहमद ने कहा कि अगर छात्राओं को हिजाब के साथ क्लास में बैठने की अनुमति नहीं दी गई तो वे इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
कर्नाटक: कर्नाटक के उडुपी जिले में कुछ छात्राओं को उनके हिजाब के साथ क्लास में बैठने की इजाजत नहीं दी जा रही है। इस पर भारतीय इस्लामिक संगठन के कुछ सदस्यों ने कड़ी नाराजगी जताई है। मामले में छात्राओं का कहना है कि उन्हें कॉलेज द्वारा अन्य भाषाओं में बोलने पर भी पाबंदी लगाई जा रही है। इसके अलावा उनके पिता-माता के साथ कॉलेज द्वारा गलत सलूक भी किया जा रहा है। इन छात्राओं ने अपने इस शिकायत को लेकर कलेक्टर के पास भी गई है और इस पर जल्द से जल्द फैसले की मांग कर रही हैं। वहीं भारतीय इस्लामिक संगठन ने इस पर फैसला जल्द नहीं आने पर इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की भी बात कही है।
क्या है पूरा मामला
महिला पीयू कॉलेज की छह मुस्लिम छात्राओं ने प्रिंसिपल रुद्र गौड़ा पर आरोप लगाया है कि वे उन्हें हिजाब के साथ क्लास नहीं करने दे रहे हैं। उनका यह भी आरोप है कि कॉलेज द्वारा उन्हें उर्दू, अरबी और बेरी भाषाओं में बात भी नहीं करने दिया जा रहा है। इसके साथ प्रिंसिपल पर यह भी आरोप है कि वे उनके माता पिता को कॉलेज में बुलाकर उन्हें घंटों तक खड़ा कर दिए थे। छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने घटना के संबंध में जिला कलेक्टर कूर्म राव से संपर्क किया और मामले में जल्द से जल्द फैसले की मांग की है। इस प्रतिनिधिमंडल का उन छात्राओं ने भी हिस्सा बना है।
क्या कहना है प्रिंसिपल
मामले में प्रिंसिपल का कहना है कि छात्राओं को क्लास में हिजाब पहने की इजाजत नहीं है। वे हिजाब को क्लास के बाहर पहन सकती हैं। इस पर और बोलते हुए प्रिंसिपल ने कहा कि इन नियमों का पालन क्लास में एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर जल्द ही अभिभावक-शिक्षक बैठक भी बुलाई जाएगी।