नयी दिल्ली, 12 नवंबर यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) ने कहा है कि उसने अपने 'मोमेंटम कंट्री एंड ग्लोबल लीडरशिप' तंत्र के तहत भारत के लिए एक नयी पहल की घोषणा की है, जिसमें किशोरों और युवाओं को उनके प्रजनन स्वास्थ्य तथा बेहतरी के बारे में निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
यूएसएआईडी ने कहा कि चार साल की परियोजना 'मोमेंटम कंट्री एंड ग्लोबल लीडरशिप: इंडिया-यश' युवा लोगों के लिए परिवार नियोजन (एफपी) और प्रजनन स्वास्थ्य (आरएच) पर ध्यान केंद्रित करेगी और भारत के राष्ट्रीय परिवार नियोजन लक्ष्यों को हासिल करने में योगदान करेगी।
एक बयान में कहा गया है कि यह परियोजना असम, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कमजोर वर्ग के युवाओं की एफपी / आरएच जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सलाहकार, डॉ एसके सिकदर ने परियोजना की शुरुआत के मौके पर कहा कि व्यापक पहुंच और कार्यक्रम की सफलता के लिए रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना, बहु-क्षेत्रीय हितधारक भागीदारी को बढ़ावा देना, नवाचार को प्रोत्साहित करना, समुदाय को संगठित करना तथा निजी क्षेत्र के साथ सक्रिय रूप से जुड़ना प्रासंगिक है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।