शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि नयी शिक्षा नीति 2020 देश को एक 'वैश्विक ज्ञान महाशक्ति' यानी विश्वगुरु बना देगी। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के 61वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित एक डिजिटल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। प्रधान ने कहा, "एनसीईआरटी को एनईपी 2020 में परिकल्पित शिक्षा में बड़े पैमाने पर परिवर्तन लाने के लिए कमर कसनी चाहिए। नयी शिक्षा नीति 2020 भारत को एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बना देगी।" सम्मेलन में शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार, शिक्षा राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह और मंत्रालय और एनसीईआरटी के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। सरकार ने अनुसंधान, विकास और प्रशिक्षण के संसाधन केंद्र के रूप में संगठन की भूमिका पर प्रकाश डाला। सिंह ने कहा कि स्थापना दिवस अतीत की उपलब्धियों का जश्न मनाने, आत्मनिरीक्षण करने और भविष्य की योजना बनाने का अवसर होता है। इस अवसर पर एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित तीन भाषाओं- अंग्रेजी, हिंदू और उर्दू में "समाजशास्त्र का शब्दकोश" नामक पुस्तक भी जारी की गई।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।