NEET-UG 2024 Exam: 'बड़ी मछली' की तालाश, CBI की सख्ती, ओएसिस स्कूल के प्रोफेसर को दोबारा स्कूल लेकर पहुंची एजेंसी
By आकाश चौरसिया | Updated: June 27, 2024 14:10 IST2024-06-27T14:01:51+5:302024-06-27T14:10:48+5:30
NEET-UG 2024 Exam: पेपर लीक मामले में सीबीआई एक्शन मोड में है और ऐसे में बुधवार को गिरफ्त में लिए हजारीबाग के प्रिंसिपल को एक बार फिर स्कूल लेकर पहुंची, जहां सभी सबूतों को खंगाल रही है।

फाइल फोटो
NEET-UG 2024 Exam: पेपर लीक मामले में सीबीआईबिहार के हजारीबाग के प्रिंसिपल एहसानुल हक से 17-18 घंटे से लगातार पूछताछ कर रही है। हालांकि, आज फिर से एक बार उन्हें लेकर केंद्रीय एजेंसी ओएसिस स्कूल पहुंची। सीबीआई ने उन्हें और 9 अन्य को अपनी गिरफ्त में पूछताछ के बाद ले लिया था। उनके साथ नौ लोगों में पांच इन्विजिलेटर, दो ऑब्जर्वर,एक सेंटर सुपरिटेंडेट और एक ई-रिक्शा चालक शामिल है। ये सभी लोग उस स्कूल से ताल्लुक रखते हैं जहां नीट परीक्षा आयोजित की गई थी।
हालांकि, सीबीआई की टीम इन सभी को हिरासत में लेकर चरही गेस्ट हाउस में विस्तार से पूछताछ कर रही है। सीबीआई प्रश्न पत्र बांटने का समय, डिजिटल लॉक, पेपर कैसे बांटे गए, पेपर की पैकिंग और ट्रंक में छेड़छाड को लेकर सवाल कर रही है और पेपर लीक के तार को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
सीबीआई ने अपनी जांच में माना है कि पेपर लीक और धांधली का बिहार मॉड्यूल झारखंड से लेकर गुजरात और महाराष्ट्र तक फैला हुआ है। पटना, हजारीबाग, गोधरा और लातूर के सेंटर जांच के दायरे में है। इनके साथ हजारीबाग का ओएसिस स्कूल को पेपर लीकर का एपिसेंटर कहा जा रहा है। इस स्कूल की भूमिका पर बिहार की आर्थिक अपराध ईकाई (EOU) ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। ईओयू ने इसी सेंटर को पेपर लीक का सरगना माना है।
#WATCH दिल्ली: भारतीय युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने NEET 2024 और NET-UGC 2024 परीक्षा मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/vKJHSc2em3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2024
दूसरी तरफ कांग्रेस का छात्र संगठन सड़क से लेकर संसद तक लगातार प्रदर्शन कर रहा है और असल आरोपी को पकड़ने की मांग केंद्र सरकार से कर रहा है।
नरेंद्र मोदी की पार्टी का सहयोगी विधायक NEET पेपर लीक का सरगना है।
— Congress (@INCIndia) June 26, 2024
यूपी के इस विधायक का नाम बेदी राम है। इसका धंधा है- देशभर में पेपर लीक करवाना और उससे पैसे बनाना।
बेदी राम BJP का चहेता और उनका बेहद करीबी है।
NDA विधायक बेदी राम का साफ कहना है कि मैं देश में कोई भी पेपर लीक… pic.twitter.com/y2S0hW2Dqn
हालांकि, बीते बुधवार को कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से ट्वीट कर कथित तौर पर मुख्य अपराधी जानकारी दी थी। इसके साथ हैंडल से कहा, 'नरेंद्र मोदी की पार्टी का सहयोगी विधायक NEET पेपर लीक का सरगना है। यूपी के इस विधायक का नाम बेदी राम है। इसका धंधा है- देशभर में पेपर लीक करवाना और उससे पैसे बनाना। बेदी राम BJP का चहेता और उनका बेहद करीबी है। NDA विधायक बेदी राम का साफ कहना है कि मैं देश में कोई भी पेपर लीक करवा सकता हूं। बेदी राम पहले भी पेपर लीक के मामले में जेल जा चुका है'।
साथ ही कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए सवाल भी किए और पूछा कि बेदी राम पेपर लीक करवाता है, ये सबको पता है। इसके बाद भी इसे NDA में क्यों रखा गया? यूपी के लोग बताते हैं कि बेदी राम खुले तौर पर नरेंद्र मोदी और CM योगी का नाम लेकर रौब झाड़ता है और कहता है- मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। पेपर लीक होगा, इसे कोई नहीं रोक सकता। आखिर नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी का पेपर लीक सरगना को समर्थन क्यों है?
गौरतलब है कि पेपर लीक पर दोषियों को सजा दिलाने के लिए देश भर में हो रहे प्रदर्शन के बीच आज संसद के संयुक्त सत्र में खुद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाई जाएगी और इसे लेकर केंद्र सरकार कानून ला चुकी है।