बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लिया स्वत: संज्ञान, जारी किया नोटिस
By एस पी सिन्हा | Updated: April 20, 2023 17:26 IST2023-04-20T17:25:18+5:302023-04-20T17:26:55+5:30
जिला प्रशासन की ओर से 31 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। वहीं, स्थानीय स्तर पर लोगों का कहना है कि मौत का आंकड़ा और ज्यादा है।

फाइल फोटो
पटना: बिहार के मोतिहारी जिले में पिछले सप्ताह जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत होने के बाद अब इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नीतीश सरकार को नोटिस जारी किया है।
जिला प्रशासन की ओर से 31 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। वहीं, स्थानीय स्तर पर लोगों का कहना है कि मौत का आंकड़ा और ज्यादा है। आयोग ने राज्य सरकार और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर कहा है कि आयोग ने 16 अप्रैल 2023 को जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर मीडिया में आई खबरों पर स्वत: संज्ञान लिया है।
हालांकि, विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन लोगों की मौत होने की रिपोर्ट अब भी आ रही है। आयोग ने कथित जहरीली शराब कांड पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है। नोटिस के बारे में कहा गया है कि यह बेहद चिंता का विषय है कि जिस राज्य में शराबबंदी है वहां शराब से लोगों की मौत हो रही है।
सूत्रों के अनुसार, इसमें यह भी कहा गया है कि बिहार में शराबबंदी लागू करने के बाद अवैध शराब की बिक्री खपत पर अब तक रोक नहीं लग पाई है। यह शराब पर प्रतिबंध लगाने की अपनी नीति के क्रियान्वयन पर ध्यान नहीं देने का भी मामला है। इन्हीं को लेकर आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को दोनों के नाम नोटिस जारी किया है।
बताया जा रहा है कि मानवाधिकार आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ऐसा लग रहा है कि राज्य सरकार बिहार में शराबबंदी लागू करने के बाद अवैध शराब की बिक्री खपत पर प्रतिबंद लगाने की अपनी नीति के क्रियान्वयन पर ध्यान नहीं दे रही है।
इसके साथ ही मोतिहारी में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत होने के बाद आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है। मोतिहारी में जहरीली शराब पीने से लगातार मौतों की संख्या बढ़ रही है।
मौजूदा जहरीली शराब कांड में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर मंगलवार को 40 हो गई। उल्लेखनीय है कि बिहार में अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू है।
बावजूद इसके हर साल शराब पीने से मौत होने के मामले प्रकाश में आते हैं। यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब से होनेवाली मौतों को लेकर पीड़ितों एक परिजनों को मुआवजा देने की भी घोषणा की है।
उन्होंने कहा है कि अब जहरीली शराब से होने वाली मौत के मामलों में पीड़ितों के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा मिलेगा। इसके तहत 2016 से अब हुई मौतों के मामले में 199 लोगों को मुआवजा दिया जा सकता है।