नारद स्टिंग केस: CBI ने की पहली गिरफ्तारी, IPS अधिकारी एसएमएच मिर्जा अरेस्ट
By भाषा | Published: September 27, 2019 09:15 AM2019-09-27T09:15:21+5:302019-09-27T09:19:34+5:30
गौरतलब है कि 2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले जारी किये गये फुटेज में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं जैसे दिखने वाले व्यक्ति और मिर्जा एक फर्जी कंपनी को लाभ पहुंचाने के एवज में उसके प्रतिनिधियों से रुपये लेते देखे गये थे।
सीबीआई ने नारद स्टिंग मामले में गुरुवार (26 सितंबर) को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा को गिरफ्तार किया। इस मामले से जुड़े ‘‘स्टिंग ऑपरेशन’’ का फुटेज 2016 में सामने आने के बाद से इस सिलसिले में यह पहली गिरफ्तारी है। जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मिर्जा को यहां विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 30 सितंबर तक जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया। जांच एजेंसी के अधिकारी ने कहा, ‘‘पहले भी हमने, उनसे(मिर्जा से) कई मौकों पर पूछताछ की है। आज, हमने एक और दौर की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
नारद स्टिंग मामला में वह एक मुख्य कड़ी हैं।’’ तृणमूल कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों सहित 13 लोगों में यह आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं जिन्हें पूछताछ के लिए सीबीआई ने तलब किया और प्रकरण की जांच के सिलसिले में जिनकी आवाज के नमूनों की जांच की गई। मिर्जा उस वक्त वर्धमान जिले के पुलिस अधीक्षक थे, जब नारद न्यूज पोर्टल के मैथ्यू सैमुएल्स ने ‘स्टिंग ऑपरेशन’ किया था।
जानिए क्या है नारद स्टिंग मामला
गौरतलब है कि 2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले जारी किये गये फुटेज में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं जैसे दिखने वाले व्यक्ति और मिर्जा एक फर्जी कंपनी को लाभ पहुंचाने के एवज में उसके प्रतिनिधियों से रुपये लेते देखे गये थे। आईपीएस अधिकारी एक वीडियो क्लिप में एक कारोबारी से कथित तौर पर पांच लाख रुपये नकद लेते दिखे थे। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक उनकी आवाज के नमूनों का मिलान भी टेप से हो गया।
जांच एजेंसी से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि मिर्जा से अतीत में आठ बार पूछताछ की गई लेकिन वह असल में सहयोग नहीं कर रहे थे। हमारे पास उनके खिलाफ प्रचुर साक्ष्य हैं। मामले में बृहस्पतिवार को हुई गिरफ्तारी का यहां विपक्षी दलों ने स्वागत किया। भाजपा ने दावा किया कि यह महज शुरूआत भर है। प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा, ‘‘कई और गिरफ्तारियां होनी हैं, बस कुछ दिनों का इंतजार करिये। जिन लोगों ने जनता का पैसा लूटा है, रिश्वत लिये हैं उन्हें जेल में डाला जाएगा। किसी को नहीं बख्शा जाएगा।’’
विपक्षी कांग्रेस और वाम मोर्चा ने गिरफ्तारी का स्वागत किया लेकिन हैरानगी जताई कि सीबीआई को पहली गिरफ्तारी करने में 3.5 साल कैसे लग गये। स्टिंग ऑपरेशन करने का दावा करने वाले सैमुएल्स ने कहा कि सीबीआई ने उनमें से एक को गिरफ्तार किया है। मैं आशा करता हूं कि अन्य लोगों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ’’
वहीं, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि, पार्टी महसचिव एवं शिक्षा मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, ‘‘हर किसी को अपने कर्मों का फल भोगना पड़ता है और गिरफ्तारी का तृणमूल कांग्रेस से कोई लेना देना नहीं है।’’