नयी दिल्ली, एक दिसंबर भारत-रूस संबंधों की सराहना करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद, कट्टरवाद तथा इनके पनाहगाहों से उत्पन्न खतरों की चुनौतियों पर दोनों देशों का रुख 21वीं शताब्दी की रुपरेखा तय करेगा।
रूस की सत्ताधारी पार्टी की ओर से ‘‘21वीं शताब्दी की वैश्विक चुनौतियां: अंतरदलीय आयाम’’ विषय पर आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि दोनों देशों की दृढ़ और दीर्घकालिक मित्रता और दोनों के बीच साझेदारी दूसरे विश्व युद्ध के बाद के समय में सबसे स्थिर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘21वीं सदी के आधुनिक द्विपक्षीय संबंधों का संकेत 2000 में ही दिख गया था जब राष्ट्रपति पुतिन और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी का उद्घाटन किया था।’’
उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भाजपा और रूस की यूनाईटेड रसिया पार्टी के बीच बढ़ती प्रगाढ़ता हमारे संबंधों को और आगे ले जाती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन एक दूसरे के प्रति सम्मान का भाव रखते हैं और इससे दोनों दलों के संबंधों को प्रेरणा मिलती है।
कोराना महामारी के दौरान भाजपा की प्रतिक्रिया का उल्लेख करते हुए नड्डा ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता लोगों की सेवा में जुट गए और पूरी सांगठनिक क्षमता को राहत व बचाव कार्यों में लगा दिया गया।
उन्होंने कहा कि आपदा के काल में भाजपा ने चौबीसों घंटे सेवा देने वाली हेल्पलाइन की व्यवस्था की।
उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान भी दोनों देशों के बीच सहयोग और एक दूसरे की मदद का काम निरंतर जारी रहा।
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