मुंबई:महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को घोषणा की कि शहर के प्रवेश द्वारों पर स्थित सभी पांच टोल प्लाजा पर हल्के वाहनों के लिए मुंबई प्रवेश टोल मंगलवार रात 12 बजे से माफ कर दिया जाएगा। यह निर्णय महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले आया है।
मुंबई से आने-जाने वाले छोटे वाहनों के यात्रियों को सभी पांच टोल नाकों से छूट दी जाएगी। टोल-मुक्त होने वाले टोल प्लाजा में दहिसर टोल नाका, मुलुंड टोल नाका, वाशी टोल नाका, ऐरोली टोल नाका और आनंद नगर टोल नाका शामिल हैं। इस पहल का उद्देश्य यात्रियों के वित्तीय बोझ को कम करना और इस दिवाली और आगामी त्यौहारी सीजन के दौरान शहर में सुगम यात्रा की सुविधा प्रदान करना है। हालांकि अटल सेतु पुल को इस टोल छूट से बाहर रखा गया है।
इस साल की शुरुआत में हर तीन साल में निर्धारित वृद्धि के तहत हल्के वाहनों के लिए टोल को बढ़ाकर 45 रुपये कर दिया गया था। वर्ष 2000 से मुंबई के लोग शहर के प्रवेश बिंदुओं पर टोल का भुगतान कर रहे हैं, यह महाराष्ट्र सरकार द्वारा क्षेत्र में फ्लाईओवर के निर्माण से जुड़ी लागतों की भरपाई के लिए लागू किया गया एक उपाय है। प्रतिदिन छह लाख से अधिक वाहन मुंबई में प्रवेश करते हैं और बाहर निकलते हैं।
इससे पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कई बार टोल-माफी का मुद्दा उठाया था जिसके चलते मनसे कार्यकर्ताओं ने शहर के कई टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन भी किया था। उन्होंने राज्य सरकार से मुंबई में आने-जाने वाले वाहनों का हिसाब मांगा और टोल नाका बंद करने की मांग की। यह नियम केवल कारों और एसयूवी पर लागू होता है।
महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) द्वारा शिवसेना-भाजपा शासन के दौरान बनाए गए 45 रुपये के टोल पर ही टोल लगाया जा रहा है। पूर्व भाजपा नेता किरीट सोमैया जिन्होंने कई बार टोल शुल्क का विरोध किया था।
इस फैसले के बाद किरीट सोमैया ने कहा, "मोदी सरकार ने जीएसटी लागू किया और मुंबई ऑक्ट्रोई नाका मुक्त बनाया। अब महायुति सरकार टोल नाका मुक्त मुंबई बना रही है (केवल भारी वाहनों को टोल देना होगा)। हम इस निर्णय का स्वागत करते हैं।"