Mumbai Weather Update: भारी बारिश से एकबार फिर थमी मुंबई, ताजा हुईं 2005 के प्रकोप की यादें
By भाषा | Published: July 27, 2019 08:12 AM2019-07-27T08:12:43+5:302019-07-27T08:12:43+5:30
मौसम विभाग ने शनिवार को महाराष्ट्र के तीन जिलों रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के लिये 'ऑरेंज अलर्ट' जारी करते हुए अगले 24 घंटों में मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
मुंबई, 27 जुलाईःमुंबई में शुक्रवार को भारी बारिश हुई लेकिन इसका असर 26 जुलाई, 2005 के प्रकोप के आसपास भी नहीं देखने को मिला जब शहर में एक ही दिन में 944 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। ठीक 14 साल बाद हुई इसी तरह की भारी बारिश से मुंबई के कई हिस्सों में जलभराव हो गया और यातायात बाधित हो गया। साथ ही कई उड़ानों में देरी हुई।
मुंबई हवाई अड्डा के प्रवक्ता ने बताया कि मुंबई हवाई अड्डे से 17 उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर समीप के हवाई अड्डों पर भेजा गया और चार उड़ानों को उतरने से पहले काफी देर हवा में ही चक्कर लगाने पड़े।
मौसम विभाग ने शनिवार को महाराष्ट्र के तीन जिलों रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के लिये 'ऑरेंज अलर्ट' जारी करते हुए अगले 12 घंटों में मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। ऑरेंज अलर्ट इसलिये जारी किया जाता है कि ताकि प्राधिकरी जरूरी कदम उठाने के लिये तैयार रहें।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "हमने रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिये ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट प्राधिकारियों को तैयारियों के लिए सचेत करने, जबकि रेड अलर्ट खराब हालात के मद्देनजर उन्हें कार्रवाई करने का निर्देश देने के लिये होता है।"
अधिकारी ने कहा, "मुंबई, ठाणे और रायगढ़ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है जबकि पालघर जिले के छिटपुट इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है।" मुंबई में पिछले तीन दिन में हुई बारिश से शहर के सियोन, माटुंगा, माहिम, अंधेरी, मलाड और डहीसार समेत कई इलाकों में जलभराव और जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है।
IMD, Mumbai: 150-180 mm rainfall received in suburbs in the last 24 hours; Heavy rainfall expected today. pic.twitter.com/YdUrOZDgh4
— ANI (@ANI) July 27, 2019
इसी दिन 14 साल पहले मुंबई भारी बारिश की चपेट में आई थी जिससे शहर भर में तबाही मच गई थी, कई लोगों की जान चली गई थी और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उस दिन को याद किया।
ट्विटर यूजर मधु ने कहा, “आज 26 जुलाई है 14 साल पहले इस दिन मुंबई की सड़कें नदियों में तब्दील हो गई थीं और लोगों को घर पहुंचने के लिए कठिन यात्रा करनी पड़ी थी। इस दिन को लेकर आपकी क्या यादें हैं, क्या आप बारिश में फंसे हुए थे, आप सुरक्षित स्थानों पर कैसे पहुंचे थे? चलिए यहां साझा करते हैं।”
एक अन्य यूजर अभिषेक श्रीवास्तव ने 2005 की बारिश पर ट्वीट किया, “मैं विद्याविहार से पवई तक पैदल गया था क्योंकि ट्रेन सेवा मातुंगा से विद्याविहार तक रुक गई थी। आठ घंटे का सफर पैदल तय किया। उसी दिन घर पहुंच गया था।”
कुछ लोगों ने मुंबई के जज्बे को याद किया और बताया कि लोगों ने कैसे 2005 की बारिश से पार पाया और जरूरतमंदों की मदद की। लोगों ने फंसे हुए लोगों को शरण देने के लिए अपने घर के दरवाजे खोले जबकि अन्य ने बाहर निकल कर खाना एवं पानी उपलब्ध कराया।
इस बीच मौसम विभाग ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के तीन जिलों रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के लिये 'ऑरेंज अलर्ट' जारी करते हुए अगले 24 घंटों में मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। ऑरेंज अलर्ट इसलिये जारी किया जाता है कि ताकि प्राधिकारी जरूरी कदम उठाने के लिये तैयार रहें।