नई दिल्ली:समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आज संसद में जाने से पहले मीडिया से बात करते हुए बजट 2024 में यूपी का नाम ना आने से निराशा वाली बात बताया और कहा कि किसानों को उनका हक नहीं मिला। क्योंकि सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य की तो बजट में बात ही नहीं की। साथ ही सरकार पर मजाकिया अंदाज में दोष मढ़ते हुए कहा कि लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया, उसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है।
बजट पर उन्होंने कहा, "समर्थन मूल्य किसान को ना देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था, दिल्ली का लाभ लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है। विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।"
इस क्रम में आज विपक्ष के लगभग सभी दलों ने संसद भवन के गेट पर तखती लिए सब ने विरोध प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि कुछ ही राज्यों की सिर्फ बजट में भागीदारी रही, बाकियों को इससे अलग किया गया। फिलहाल संसद सत्र आज भी जारी है।