संसद की आठ कमेटियों में भाजपा के 109 सांसदों के नाम शामिल है. जबकि कांग्रेस के 33, तृणमूल कांग्रेस के 14, सपा के चार, अन्नाद्रमुक के तीन और अन्य दलों के 80 सांसद शामिल है.
भाजपा के 36 फीसदी ऐसे सांसद है जिन्होंने आज तक किसी संसदीय समिति की बैठक में कोई हिस्सा नहीं लिया.
अन्य दलों में कांग्रेस 15 फीसदी, तृणमूल कांग्रेस 57 फीसदी और अन्य दलों के 55 फीसदी सांसद शामिल है.
सरकार ने अनौपचारिक तौर पर आंकड़े तो उपलब्ध करा दिये लेकिन इस बात का खुलासा नहीं किया कि सत्तारुढ़ दल जिसके 36 फीसदी सांसद विभिन्न संसदीय समितियों के सदस्य है आखिर वे कौन है. सरकार उन सभी नामों का खुलासा क्यों नहीं करना चाहती.
प्रमुख रुप से जिन सांसदों के नाम सामने आए है उन्हें असुद्दीन ओवेसी, नकुल नाथ, राजीव सिंह, सुमनलता अमरीश, मिमी चक्रवर्ती, एस.जगदरकक्षन, वाय.एस. अविनाश रेड्डी, राजीव प्रताप रुढ़ी ,सुखवीर सिंह बादल और अनंत कुमार हेगड़े यह सभी लोकसभा के सदस्य है.
राज्यसभा से जिन सांसदों के नाम सामने आये है. उनमें सतीशचंद्र मिश्रा, डेरेक आॅब्रायन,आर.सी.पी. सिंह, माज़िद मेनन, एस.आर. बालासुब्रण्यम,शशिकला पुष्पा रामस्वामी,वंदना चव्हाण, सोनल मानसिंह, अनिल बलूनी, एमपी वीरेंद्र कुमार, रुपा गांगुली, कहकशां परवीन, डी.श्रीनिवास, जे.के. मनी,परीमल नाथवानी, के नाम प्रमुख है.