लाइव न्यूज़ :

एमपीपीएससी चयन के बारे में नागरिकों को विवरण देने से इनकार नहीं कर सकता: राज्य सूचना आयोग

By भाषा | Updated: August 28, 2021 21:11 IST

Open in App

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) नागरिकों को उसके द्वारा किए गए चयन का विवरण देने से इनकार नहीं कर सकता क्योंकि ऐसी सभी नियुक्तियां जनता के पैसे से होती हैं। राज्य के सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने एक आदेश में यह बात कही। उन्होंने राज्य सरकार के तहत विभिन्न पदों के लिए चयन प्रक्रिया संचालित करने वाले एमपीपीएससी को एक आरटीआई आवेदक को मुआवजे के रूप में 5,000 रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया है क्योंकि उसे पूर्ण और संतोषजनक जानकारी देने से इनकार किये जाने के कारण अनुचित शारीरिक और मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ा।पंकज श्रीवास्तव ने पिछले साल दिसंबर में सूचना के अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत एमपीपीएससी में एक आवेदन दायर कर आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी के पद के लिए चुने गए पांच उम्मीदवारों द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों का विवरण मांगा था। श्रीवास्तव पद के लिए चुने गए उम्मीदवारों में से एक थे।आयोग के लोक सूचना अधिकारी (पीआईओ) और प्रथम अपीलीय प्राधिकारी (एफएए) दोनों ने आवेदक को इस बिना पर जानकारी देने से इनकार कर दिया कि बगैर बड़े जनहित के किसी तीसरे पक्ष का विवरण साझा नहीं किया जा सकता और आरटीआई अधिनियम की धारा 8(1)(जे) के तहत तीसरे पक्ष से संबंधित सूचनाओं के प्रसार पर रोक है। इस इनकार से नाराज श्रीवास्तव ने राज्य सूचना आयोग (एसआईसी) से संपर्क किया। सूचना आयुक्त ने अपने आदेश में कहा कि अपीलकर्ता को आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी के पद के लिए चयन प्रक्रिया के बारे में वैध संदेह था और सरकारी एजेंसियों में पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया होने के बारे में व्यापक जनहित की अनदेखी की गई है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतनोएडा के दो पर्यटक ऋषिकेश में गंगा में डूबे

भारतयूपीएसएसएससी पीईटी परीक्षा के दौरान साल्वर गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई