सीधी मामलाः पत्रकार कनिष्क तिवारी को हमले की दी गई धमकी, सुरक्षा की लगाई गुहार, कहा- पुलिस मेरे खिलाफ फर्जी FIR की तैयारी कर रही
By अनिल शर्मा | Published: April 8, 2022 09:41 AM2022-04-08T09:41:34+5:302022-04-08T11:00:51+5:30
मामले में सफाई देते हुए सीधी थाना प्रभारी मनोज सोनी ने कहा कि कुछ दिन पहले थाने में एक आदमी के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी। यह आदमी फर्जी ID बनाकर प्रतिष्ठित लोगों को अपशब्द बोलता था। आरोपी की तरफ से 25-30 लोगों ने थाने के सामने प्रदर्शन किया।
सीधीः मध्य प्रदेश के सीधी जिले के थाने में पत्रकार और रंगकर्मियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं के कपड़े उतरवाने पर सीधी कोतवाली के थाना प्रभारी मनोज सोनी और एक उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। इस बीच प्रताड़ित किए गए पत्रकार कनिष्क तिवारी ने सोशल मीडिया पर लोगों और सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
कनिष्क तिवारी ने एक वीडियो के जरिए इस बात का दावा किया है कि पुलिस उनपर फर्जी एफआईआर लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। उन्हें और उनके परिवार पर हमले की धमकी भी दी गई है। कनिष्क तिवारी बघेली भाषा में यूट्यूब पर चैनल चलाते हैं।
बकौल कनिष्क तिवारी, पूरे दिन मुझे दिल्ली भोपाल से मीडियाकर्मियों के फोने आते रहे। मेरे द्वारा सभी सच्ची घटना अवगत करायी गई है। किंतु मेरे और मेरे परिवार को लगातार धमकी मिल रही है। और ये कहा जा रहा है कि बेवजह फर्जी मुकदमे में फंसा देंगे। तुमलोगों पर हमला करवा देंगे। पूरा परिवार हमारा डरा हुआ है। सभी से हाथ जोड़कर निवेदन है कि हमारे परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।
कनिष्क तिवारी ने आगे कहा कि उनको फंसाने के लिए फर्जी षड्यंत्र कर रही है। कनिष्क ने कहा, मुझे एक पुलिस सूत्र के द्वारा बताया गया कि मेरे उपर पुलिस फर्जी एफआईआर लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। ताकि मुझे गिरफ्तार किया जा सके। और यह पूरी तरह से फर्जी षड्यंत्र किया जा रहा है। आपलोगों से निवेदन है कि आवाज उठाइए। नहीं तो कभी कोई पत्रकार सच नहीं लिख पाएगा। कभी किसी दबे कुचले की आवाज कोई नहीं उठा पाएगा। मेरा साथ दीजिए। मुझे और मेरे परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए। और ये आपलोगों के हाथ में है। एक बार आप साथ देंगे तो हमें सुरक्षा जरूर प्रदान की जाएगी।
सीधी मामला - पत्रकार कनिष्क तिवारी अपने परिवार को लेकर डरे हुए हैं। उन्होने सरकार से सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने यह भी आशंका जताई है कि पुलिस उन्हें झूठे मामलों में फंसा सकती है, धमका रही है। pic.twitter.com/W9PkGubkYJ
— Bhadohi Wallah (@Mithileshdhar) April 8, 2022
IG रीवा ने कहा कि सीधी जिले से संबंधित एक फोटो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ है। इसको गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी कोतवाली सीधी एवं एक उप निरीक्षक को तत्काल हटा कर पुलिस लाइन संबद्ध किया गया है एवं प्रकरण की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले को संज्ञान में लेते हुए रिपोर्ट तलब किया है। गौरतलब है कि गुरुवार को सोशल मीडिया पर इस तस्वीर के वायरल होने पर मीडिया जगत से लेकर कला क्षेत्र और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसके खिलाफ लिखना बोलना शुरू किया। तस्वीर में पत्रकार समेत रंगकर्मियों को अर्धनग्न अवस्था में रखा गया था।
मामले के तुल पकड़ने के बाद थाना प्रभारी मनोज सोनी ने सफाई देते हुए कहा, पकड़े हुए लोग पूरे नग्न नहीं थे। हम सुरक्षा की दृष्टी से उनको हवालात में अंडरवियर में रखते हैं जिससे कोई व्यक्ति अपने कपड़ों से खुद को फांसी न लगा ले। सुरक्षा की वजह से हम उनको ऐसे रखते हैं।
थाना प्रभारी ने आगे कहा कि कुछ दिन पहले थाने में एक आदमी के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी। यह आदमी फर्जी ID बनाकर प्रतिष्ठित लोगों को अपशब्द बोलता था। आरोपी की तरफ से 25-30 लोगों ने थाने के सामने प्रदर्शन किया। इन लोगों को हवालात में डाल दिया। इनमें से एक ही पत्रकार है जो यूट्यूब पर काम करता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकारों ने भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला के खिलाफ खबरें लिखी थी। धरना प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद उनके कपड़े उतरवाकर थाने में जुलूस निकाला गया। स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद पत्रकार व अन्य के साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया। तस्वीर वायरल होने के बाद कांग्रेस ने इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए।