मध्य प्रदेश: पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश होने के कारण नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। छतरपुर में सुजारा बांध पर जलस्तर बढ़ने के चलते पानी धसान नदी में छोड़ा गया है जिसको लेकर प्रशासन अलर्ट पर है।
नर्मदापुरम के जिलाधिकारी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि हर जगह हमारी टीम मौजूद है। अगर हालात खराब होंगे तो हम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करेंगे। बकौल नीरज सिंह, 3 गांव के कुछ घरो में पानी घुसा है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। ज्यादा खराब इलाकों में एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं। शिवराज ने कहा, हमारा प्रयास है कि बांधों से पानी नियंत्रित करके निकाले। कुछ गांवों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है, सावधानी रखें। बकौल मुख्यमंत्री- जहां पानी ज्यादा भरने की संभावना है, वहां SDRF की टीमें भेज दी हैं। प्रशासन कहे तो घर खाली करके पशुओं के साथ ऊंचे स्थानों पर जाएं।
इन इलाकों में हुई जबरदस्त बारिश
भोपाल, विदिशा, नर्मदापुरम, अशोकनगर, गुना, सागर में विशेष तौर पर नर्मदा के कैचमेंट एरिया में मण्डला, डिण्डोरी से जबलपुर, हरदा, नर्मदापुरम से सीहोर और रायसेन तक काफी बारिश हुई। बारना, तवा और कोलार बांध के गेट खोलने पड़े। नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान को छू रहा है।