मध्य प्रदेश के सियासी संकट के बीच शिवराज सिंह चौहान ने की अमित शाह से मुलाकात
By भाषा | Updated: March 10, 2020 06:01 IST2020-03-10T06:01:28+5:302020-03-10T06:01:28+5:30
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार का संकट गहराता जा रहा है। कई दिनों से उठापठक झेल रही एमपी की कमलनाथ सरकार और कांग्रेस के सामने सरकार बचाने की चुनौती है। दरअसल, पार्टी के करीब 17 विधायक बेंगलुरु जा पहुंचे हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित उनके समर्थक माने जाने वाले 27 विधायकों के फोन बंद हैं।

भाजपा ने अपने सभी 107 विधायकों को बैठक में शामिल होने के लिए कहा है।
नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में मंगलवार को अचानक तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम में कमलनाथ सरकार पर संकट की अटकलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गृह मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह से मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच यह बैठक करीब दो घंटे तक चली और समझा जाता है कि इस बैठक में मध्यप्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा हुई।
इससे पहले चौहान ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी मुलाकात की। वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में विपक्षी भाजपा ने होली के दिन ही विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। सूत्रों ने बताया कि यह बैठक मंगलवार शाम छह बजे आहूत की गई है और भाजपा ने अपने सभी 107 विधायकों को इसमें शामिल होने के लिए कहा है।
वहीं मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार का संकट गहराता जा रहा है। कई दिनों से उठापठक झेल रही एमपी की कमलनाथ सरकार और कांग्रेस के सामने सरकार बचाने की चुनौती है। दरअसल, पार्टी के करीब 17 विधायक बेंगलुरु जा पहुंचे हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित उनके समर्थक माने जाने वाले 27 विधायकों के फोन बंद हैं।
कमलनाथ के समर्थक 16 मंत्रियों ने सोमवार को देर रात इस्तीफा दे दिया है और कमलनाथ ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। हालांकि, अभी तक कमलनाथ ने इस्तीफा नहीं दिया है। इस्तीफा देने वाले 16 मंत्रियों में से एक पीसी शर्मा का कहना है कि इस्तीफा इसलिए दिया गया ताकि कैबिनेट का पुनर्गठन किया जा सके और रूठों को मनाया जा सके।