Morning Top 5 News: निर्भया के दोषियों को फांसी, मध्यप्रदेश में होगा फ्लोर टेस्ट, कोरोना से दुनिया भर में 9000 से ज्यादा मौत, पढ़ें आज की बड़ी खबरें
By गुणातीत ओझा | Published: March 20, 2020 08:13 AM2020-03-20T08:13:59+5:302020-03-20T08:13:59+5:30
निर्भया के दोषियों का हिसाब चुकता, चारों को एक साथ दी गई फांसी, मौत होने तक दरिंदे लटके रहे फंदे से
निर्भया सामुहिक बलात्कार और हत्या के मामले में दोषी मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह को आज शुक्रवार की सुबह तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। तिहाड़ जेल की फांसी कोठी में पवन जल्लाद ने दरिदों को फंदे से तब तक लटकाए रखा, जब तक चारों की जान नहीं निकल गई। फांसी की निगरानी कर रहे डॉक्टर ने चारों दोषियों के मरने की पुष्टि कर दी है। अंतिम समय में भी निर्भया के दोषी रहम की दरख्वास्त करते रहे, लेकिन अदालत ने अपना फैसला नहीं बदला। भारतीय समय के अनुसार चारों दोषियों को शुक्रवार की सुबह साढ़े पांच बजे सूली से लटकाया गया। डॉक्टरों की टीम की देखरेख में पवन जल्लाद ने एसडीएम का इशारा होते ही फांसी का लीवर खींच दिया और कुछ ही देर में चारों की सांसें थम गईं। डॉक्टर के चारों दोषियों की मौत पर मुहर लगाने के बाद उनके शव फंदे से उतारे गए। अधिकारी ने बताया कि चारों दोषियों के शव करीब आधे घंटे तक फंदे पर झूलते रहे। जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने बताया ‘‘डॉक्टर ने जांच की और चारों को मृत घोषित कर दिया ।’’ फांसी की खबर मिलने के तुरंत बाद निर्भया की मां ने कहा, आज उनकी बेटी को इंसाफ मिल गया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को आरोप लगाया कि चीन में कई महीने पहले फैले कोरोना वायरस के बारे में उस देश द्वारा जानकारी नहीं देने के कारण पूरी दुनिया आज बड़ी कीमत चुका रही है । ट्रंप ने व्हाइट हाउस में महामारी पर संवाददाताओं से कहा, बेहतर होता अगर हमें महीनों पहले इसके बारे में पता चल जाता। उन्होंने कहा, यह चीन के जिस क्षेत्र में फैला था वहीं तक सीमित रह सकता था। और उन्होंने जो किया उसके लिए दुनिया निश्चित रूप से बड़ी कीमत चुका रही है।’’ संयुक्त राज्य अमेरिका में नोवल कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 10,755 पहुंच गई है। दुनिया भर में इससे अब तक 9000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार का आज विधानसभा में शक्ति परीक्षण होना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री कमलनाथ आज इस्तीफा दे सकते हैं और विधानसभा में शक्ति परीक्षण दो से पांच बजे के बीच हो सकता है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि कमलनाथ सरकार 20 मार्च को शक्ति परीक्षण कराए। इस बाबत कांग्रेस और बीजेपी ने अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है।मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र 20 मार्च को बुलाये जाने संबंधी उच्चतम न्यायालय के आदेश पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस आदेश के हर पहलू का अध्ययन करेंगे और इसके बाद अपने विधि विशेषज्ञों के साथ चर्चा कर कोई निर्णय लेंगे।कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘उच्चतम न्यायालय के आदेश का और इसके हर पहलू का हम अध्ययन करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विधि विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे, सलाह लेंगे और फिर उसके आधार पर निर्णय लेंगे।’’वहीं, गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस को 16 विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एनपी प्रजापति ने तंज कसा कि विधायिका न्यायपालिका के निर्देशों का पालन कर रही है, दोनों संवैधानिक हैं।
निर्भया गैंगरेप मामले में गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों के वकील एपी सिंह की ओर से दायर की गई अंतिम मिनट की याचिका को खारिज कर दोषियों की फांसी पक्की कर दी। इस के कुछ ही देर बाद मीडिया से रूबरू होते हुए वकील एपी सिंह ने बौखलाहट में निर्भया को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया। एपी सिंह ने मीडिया पर आरोप लगाया कि वह केवल एक मां के पीछे भाग रही है और उस मां का दर्द नहीं देख रही है, जिसने नौ महीने एक बच्चे को अपने गर्भ में रखा। इसी के साथ एपी सिंह ने निर्भया को लेकर कहा कि मां को यह तक पता नहीं था कि बेटी रात के बारह बजे कहां थी और किसके साथ घूम रही थी। मौके पर मौजूद एक समाजसेविका एपी सिंह पर चिल्लाई कि क्या रात के बारह बजे घूमने से किसी का कैरेक्टर डिसाइड होता है? विवाद बढ़ते देख वकील को सुरक्षा घेरे में वहां से हटाया गया। वहीं शीर्ष अदालत से दोषियों की फांसी पक्की होने पर निर्भया की मां ने कहा कि आखिरी रोड़ा हट गया, आज दोषियों को फांसी पर लटकाया जाएगा, आज का सूरज देश की बच्चियों के नाम। उन्होंने कहा कि आखिरकार आज आखिरी फैसला आ गया, देर आए दुरुस्त आए।
कोरोना वायरस : पीएम मोदी ने देशवासियों से मांगे कुछ सप्ताह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस पर गुरुवार को राष्ट्र के नाम अपना संबोधन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा विश्व इस समय संकट में फंसा है। आमतौर पर जब कभी प्राकृतिक संकट आता है तो वह कुछ देशों में आता है। इस बार ऐसा संकट है जिसने विश्व भर में पूरी मानव जाति को संकट में डाल दिया है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जब प्रथम, द्वितीय विश्व युद्ध हुआ तब भी इतने देश युद्ध से प्रभावित नहीं हुए थे, जितने आज कोरोना से हुए हैं। पिछले दो महीने से हम निरंतर दुनिया भर से आ रहे कोरोना वायरस से जुड़ी चिंताजनक खबरें देख और सुन रहे हैं। इन दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है।