निर्भया को लेकर दोषियों के वकील का आपत्तिजनक बयान, कहा- मां को पता नहीं था कि रात में साढ़े 12 बजे बेटी कहां थी, किसके साथ थी

By रोहित कुमार पोरवाल | Published: March 20, 2020 04:15 AM2020-03-20T04:15:07+5:302020-03-20T04:17:38+5:30

एपी सिंह ने मीडिया पर आरोप लगाया कि वह केवल एक मां के पीछे भाग रही है और उस मां का दर्द नहीं देख रही है, जिसने नौ महीने एक बच्चे को अपने गर्भ में रखा। इसी के साथ एपी सिंह ने निर्भया को लेकर कहा कि मां को यह तक पता नहीं था कि बेटी रात के बारह बजे कहां थी और किसके साथ घूम रही थी। मौके पर मौजूद एक समाजसेविका एपी सिंह पर चिल्लाई कि क्या रात के बारह बजे घूमने से किसी का कैरेक्टर डिसाइड होता है?

Nirbhaya Case: Advocate of Convicts gives objectionable statement for Victim and her mother | निर्भया को लेकर दोषियों के वकील का आपत्तिजनक बयान, कहा- मां को पता नहीं था कि रात में साढ़े 12 बजे बेटी कहां थी, किसके साथ थी

निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह। (एएनआई फोटो)

Highlightsनिर्भया गैंगरेप मामले में गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों के वकील एपी सिंह की ओर से दायर की गई अंतिम मिनट की याचिका को खारिज कर दोषियों की फांसी पक्की कर दी।इस के कुछ ही देर बाद मीडिया से रूबरू होते हुए वकील एपी सिंह ने बौखलाहट में निर्भया को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया। 

निर्भया गैंगरेप मामले में गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों के वकील एपी सिंह की ओर से दायर की गई अंतिम मिनट की याचिका को खारिज कर दोषियों की फांसी पक्की कर दी। इस के कुछ ही देर बाद मीडिया से रूबरू होते हुए वकील एपी सिंह ने बौखलाहट में निर्भया को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया। 

एपी सिंह ने मीडिया पर आरोप लगाया कि वह केवल एक मां के पीछे भाग रही है और उस मां का दर्द नहीं देख रही है, जिसने नौ महीने एक बच्चे को अपने गर्भ में रखा। इसी के साथ एपी सिंह ने निर्भया को लेकर कहा कि मां को यह तक पता नहीं था कि बेटी रात के बारह बजे कहां थी और किसके साथ घूम रही थी। मौके पर मौजूद एक समाजसेविका एपी सिंह पर चिल्लाई कि क्या रात के बारह बजे घूमने से किसी का कैरेक्टर डिसाइड होता है?

विवाद बढ़ते देख वकील को सुरक्षा घेरे में वहां से हटाया गया। 

वहीं शीर्ष अदालत से दोषियों की फांसी पक्की होने पर निर्भया की मां ने कहा, ''आखिरी रोड़ा हट गया, आज दोषियों को फांसी पर लटकाया जाएगा, आज का सूरज देश की बच्चियों के नाम।''

उन्होंने कहा कि आखिरकार आज आखिरी फैसला आ गया, देर आए दुरुस्त आए। उन्होंने कहा कि निर्भया से हम सात सालों में किसी भी पल अलग ही नहीं हुए, हर रोज उसका दुख महसूस किया, उसका दुख हमारी ताकत बना और हम यहां तक पहुंचे, लड़ाई जीते। इसी के साथ उन्होंने मीडिया को भी धन्यवाद दिया। 

Web Title: Nirbhaya Case: Advocate of Convicts gives objectionable statement for Victim and her mother

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