ईद मुबारक! चांद का हुआ दीदार, देशभर में कल मनाई जाएगी ईद-उल-फितर
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 15, 2018 08:08 PM2018-06-15T20:08:00+5:302018-06-15T20:11:58+5:30
दुनिया के अलग-अलग देशों में ईद चाँद दिखने के हिसाब से आगे-पीछे मनाया जाती है। दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में आज यानी शुक्रवार को ईद मनायी गई।
नई दिल्ली, 15 जून: ईद के चांद का दीदार करने का वक्त खत्म हो गया है। आज देर शाम दिल्ली में चांद दिखा। दिल्ली स्थिति जामा मस्जिद के शाही इमान ने घोषणा की है कि भारत में शनिवार (16 जून) को ईद मनायी जाएगी। इमाम बुखारी ने कहा कि गुरुवार को भारत के किसी भी हिस्से में चाँद नहीं दिखा। इमाम बुखारी ने इस बाबत एक ऑडियो संदेश भी जारी किया है। शाही इमाम बुखारी ने अपने संदेश में कहा है कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखण्ड, असम, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल कहीं से भी चाँद दिखने की खबर नहीं मिली है। इमाम बुखारी ने कहा कि इसलिए ईद शनिवार को मनाय जाएगी। इस्लाम के पवित्र महा रमजान के बीतने के बाद चाँद दिखने पर सभी मुसलमान अगले दिन ईद मनाते हैं। रमजान हर साल 29 या 30 दिन का होता है। इसे ईद-उल-फित्र भी कहा जाता है।
दुनिया के अलग-अलग देशों में ईद चाँद दिखने के हिसाब से आगे-पीछे मनाया जाती है। दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में शुक्रवार को ईद मनायी जाएगी। संयुक्त अरब अमीरात में भी शुक्रवार को ईद मनायी जाएगी। गल्फ न्यूज के मुताबिक, जकार्ता ने गुरुवार शाम चांद दिखने की पुष्टि की है। संयुक्त अरब अमीरात की बात की जाए तो रिपोर्ट में कहा गया कि 'अल ऐन' अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के अनुसार शव्वल मून गुरुवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के जबील हफीट में देखा गया। इसका मतलब संभवत शुक्रवार को ईद मनाया जाएगा। हालांकि अभी तक इस बात का अधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।
क्यों मनाई जाती है ईद
ईद के मौके पर मुसलमान एकजुट होकर नमाज अदा करते हैं। इसके बाद एक-दूसरे से गले मिलकर उन्हें ईद की मुबारकबाद देते हैं अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं। पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में विजय प्राप्त की थी। उनके विजयी होने की खुशी में ही यह त्यौहार मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि 624 ईस्वी में पहला ईद-उल-फित्र मनाया गया था।
इस्लामिक कैलेंडर में दो ईद मनाई जाती हैं। दूसरी ईद जो ईद-उल-जुहा या बकरीद के नाम से भी जानी जाती है। ईद-उल-फित्र का यह त्यौहार रमजान का चांद डूबने और ईद का चांद नजर आने पर इस्लामिक महीने की पहली तारीख को मनाया जाता है।