ओडिशा विधानसभा के आठ दिवसीय मानसून सत्र की बुधवार को हंगामेदार शुरुआत हुई। विपक्षी दल कांग्रेस ने सूखे से उत्पन्न स्थिति पर विशेष चर्चा कराये जाने की मांग को लेकर हंगामा किया। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने सदन द्वारा कुछ दिवंगत सदस्यों, शहीद सैनिकों और कोविड-19 महामारी का शिकार हुए अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रश्नकाल शुरू होते ही यह मुद्दा उठाया। विधानसभा अध्यक्ष एस एन पात्रो ने प्रश्नकाल के बाद सूखे की स्थिति पर स्थगन प्रस्ताव चर्चा पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नोटिस को स्वीकार कर लिया। हालांकि कांग्रेस विधायकों ने मांग की कि अन्य सभी कामकाज रद्द कर दिये जाए और स्थिति पर एक विशेष चर्चा की जाए, जिसे उन्होंने ‘‘सबसे जरूरी’’ बताया।पात्रो के प्रश्नकाल शुरू किये जाते ही विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक अध्यक्ष के आसन के निकट आ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उसे ‘‘किसान विरोधी’’ करार दिया।अध्यक्ष ने सदस्यों से शांति बनाये रखने की अपील की लेकिन हंगामा जारी रहा और उन्होंने सदन की कार्यवाही एक घंटे तक स्थगित कर दी। कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि राज्य की बीजू जनता दल (बीजद) सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करने में विफल रही है क्योंकि राज्य के 30 में से 27 जिलों में सूखे की स्थिति है। हालांकि एक घंटे के स्थगन के बाद सदन की बैठक दोबारा शुरू होने पर स्थिति सामान्य हो गई।
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