उद्धव ठाकरे की पार्टियों को सलाह, सतर्क रहिए, जो शिवसेना के साथ हुआ, वह आपके साथ भी हो सकता है
By रुस्तम राणा | Published: February 19, 2023 09:44 PM2023-02-19T21:44:08+5:302023-02-19T22:01:45+5:30
उद्धव ठाकरे ने कहा, "ये आज के मोगैंबो हैं। मूल मोगैंबो की तरह, वे चाहते हैं कि लोग आपस में लड़ें, ताकि वे सत्ता का आनंद उठा सकें।"
मुंबई: शिवसेना गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे, चुनाव आयोग द्वारा पार्टी का नाम और उसके चुनाव चिन्ह छीन लिए जाने के बाद फिल्म "मिस्टर इंडिया" के चर्चित डायलॉग "मोगैंबो खुश हुआ" से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसा है। ठाकरे ने शाह को फिल्म का खलनायक मोगैंबो बताया है।
इसके साथ उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि जब 1993 के सिलसिलेवार बम धमाकों के दौरान शिवसैनिकों ने मुंबई को बचाया था, ''तब हिंदुत्व की बात करने वाले कहां थे? अब तो 56 इंच के सीने का शेखी बघारते हैं। तब कहाँ था वो 56 इंच का सीना? उसे पसीना आ रहा था"। उन्होंने कहा कि कभी लोग रैलियों में मोदी का मुखौटा पहनते थे, अब पीएम मोदी हैं, जो बालासाहेब ठाकरे के मुखौटे के पीछे पड़े हैं।
ठाकरे ने मुंबई के अंधेरी में एक सार्वजनिक बैठक में कहा, "कल, कोई (अमित शाह) पुणे आया था। उसने पूछा कि महाराष्ट्र में चीजें कैसे चल रही हैं। फिर किसी ने कहा कि यह बहुत अच्छा दिन था, क्योंकि शिवसेना का नाम और चिन्ह हमारे साथ आए गुलामों को दिया गया था। इसलिए उन्होंने (शाह) बहुत अच्छा कहा, 'मोगैम्बो खुश हुआ'"
#WATCH | ...Someone who visited Pune yesterday asked how things were going in Maharashtra. Then, the same person said ' Very well, Mogambo Khush Hua'...: Uddhav Thackeray after losing Shiv Sena name, symbol pic.twitter.com/4ApPxlCDfi
— ANI (@ANI) February 19, 2023
ठाकरे ने कहा, "ये आज के मोगैंबो हैं। मूल मोगैंबो की तरह, वे चाहते हैं कि लोग आपस में लड़ें, ताकि वे सत्ता का आनंद उठा सकें।" उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझे मेरे ही घर से निकाल दिया और फैसला चोरों के पक्ष में गया," उन्होंने चेतावनी देते हुए यह किसी भी अन्य पार्टी के साथ दोहराया जा सकता है।
ठाकरे ने अमित शाह के इस आरोप पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी कि उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के लिए "(राष्ट्रवादी पार्टी कांग्रेस प्रमुख) शरद पवार के चरणों में आत्मसमर्पण कर दिया था।" शाह ने दावा किया था कि 2019 में, उद्धव ठाकरे ने हमारे साथ प्रचार किया, लेकिन जब चुनाव परिणाम आए, तो वह सभी विचारधाराओं को भूल गए और शरद पवार के पैरों पर गिर गए और उन्हें सीएम बनाने का अनुरोध किया।
आपको बता दें कि शुक्रवार को केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने शिंदे गुट को शिवसेना और इसके चुनाव निशान धनुष-बाण पर अधिकार की मान्यता प्रदान की।