शशि थरूर का बयान-मोदी शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह, जिसे न हटा सकते हो और न ही चप्पल से मार सकते हो
By रामदीप मिश्रा | Published: October 28, 2018 03:04 PM2018-10-28T15:04:40+5:302018-10-28T15:16:10+5:30
शशि थरूर पीएम मोदी को शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह बताया है और कहा है कि ऐसे बिच्छू को न हाथ से हटाया जा सकता है और न ही चप्पल से मारा जा सकता है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। अब एकबार फिर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक ऐसी टिप्पणी की है, जिस पर विवाद खड़ा हो सकता है। दरअसल, थरूर ने पीएम मोदी को आरएसएस के लिए शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह बताया है और कहा है कि ऐसे बिच्छू को न हाथ से हटाया जा सकता है और न ही चप्पल से मारा जा सकता है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक शशि थरूर ने कहा, 'आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) के एक सूत्र ने एक पत्रकार को कहा कि मोदी शिवलिंग पर बैठे उस बिच्छू की तरह हैं जिसे आप अपने हाथ से न तो हटा सकते हो और न ही चप्पल से मार सकते हो।' उन्होंने ये बयान शनिवार को बेंगलुरु में आयोजित लिटरेचर फेस्टिवल में दिया था।
#WATCH Shashi Tharoor in Bengaluru, says, "There's an extraordinarily striking metaphor expressed by an unnamed RSS source to a journalist, that, "Modi is like a scorpion sitting on a Shivling, you can't remove him with your hand & you cannot hit it with a chappal either."(27.10) pic.twitter.com/E6At7WrCG5
— ANI (@ANI) October 28, 2018
आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने पीएम मोदी को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की है। इससे पहले भी उन्होंने यह कहकर नये विवाद को जन्म दे दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपनी यात्राओं के दौरान ‘‘अजीब सी’’ नगा और दूसरी टोपियां पहनते हैं, लेकिन मुसलमानों की टोपी पहनने से मना कर देते हैं।
वहीं, उन्होंने हाल में कहा था कि भाजपा सत्ता में लौटी तो संविधान को दोबारा लिखेगी और ‘‘हिंदू पाकिस्तान’’ के निर्माण का रास्ता तैयार करेगी। उनकी इस टिप्पणी को लेकर भी विवाद हुआ था। उन्होंने कहा था कि मोदी हरे रंग से परहेज करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह रंग मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है। थरूर ने कहा था किवह हरा रंग पहनने से क्यों इनकार करते हैं, वह रंग जिसके बारे में उनका कहना है कि यह मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है? यह किस तरह की बात है?