हमले के बाद असदुद्दीन ओवैसी को मोदी सरकार ने दी 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 4, 2022 01:57 PM2022-02-04T13:57:41+5:302022-02-04T14:04:55+5:30
ओवैसी की जेड सुरक्षा में सीआरपीएफ के सुरक्षा जवानों का दस्ता शामिल होगा। यह सुरक्षा दस्ता 24 घंटे उनकी सुरक्षा में तैनात रहेगा।
दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को केंद्र सरकार ने 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। मोदी सरकार ने एआईएमआईएम चीफ पर गुरुवार को हुए कातिलाना हमले के बाद यह विशिष्ट सुरक्षा देने का फैसला किया है।
जानकारी के मुताबिक ओवैसी की जेड सुरक्षा में सीआरपीएफ के सुरक्षा जवानों का दस्ता शामिल होगा। यह सुरक्षा दस्ता 24 घंटे उनकी सुरक्षा में तैनात रहेगा। इसके अलावा ओवैसी के आवास पर भी सुरक्षा के सख्त इंतजाम किये जा रहे हैं। गृह मंत्रालय की उच्चरस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में ओवैसी के लिए इस विशेष सुरक्षा की सिफारिश की गई।
मालूम हो कि ओवैसी के काफिले पर उस वक्त हमला हुआ जब वो मेरठ से दिल्ली लौट रहे थे। हमलावरों की फायरिंग में बाल-बाल बचे ओवौसी ने इस हमले को चुनावी साजिश से जुड़ा हुआ बताया था। ओवैसी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मुझे हमलावरों के बारे में कुछ पता नहीं है। मेरे बहुत से दुश्मन हैं।
एआईएमआईएम चीफ ने कहा कि वो चुनाव आयोग से मांग करेंगे कि इस हमले की निष्पक्ष जांच कराई जाए, जिससे असली गुनहगारों का पता लाया जा सके, जो इस हमले के साजिशकर्ता हैं। वहीं इसके साथ ही ओवैसी इस हमले के मामले में आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से भी मिलने वाले हैं।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में फौरी एक्शन लेते हुए यूपी पुलिस ने तत्काल दो आरोपियों को धर दबोचा है। जिनमें पहला आरोपी गोतमबुद्ध नगर का रहने वाला सचिन बताया जा रहा है वहीं दूसरा आरोपी सहारनपुर का रहने वाला शुभम है, जिसे हापुड़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के साथ हुई पूछताछ में आरोपी सचिन ने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि वह असदुद्दीन ओवैसी और एआईएमआईएम के अन्य नेताओं के द्वारा दिये जा रहे भाषणों से गुस्से में था। इसी कारण उसने औवैसी पर इस हमले को अंजाम दिया है। पुलिस ने सचिन और शुभम से घटना में प्रयोग हुए असलहे और कार की भी बरामदगी कर ली है।