रोजगार व निवेश पर फोकस करेंगे पीएम मोदी, दो मंत्रिमंडल समिति गठित
By भाषा | Published: June 5, 2019 09:01 PM2019-06-05T21:01:04+5:302019-06-05T21:01:04+5:30
सरकार के सूत्रों ने बताया कि निवेश एवं वृद्धि तथा रोजगार एवं कौशल विकास पर बनी दोनों समितियों की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करेंगे। निवेश एवं वृद्धि पर मंत्रिमंडल की समिति में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और रेल तथा वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल सदस्य होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निवेश बढ़ाने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने के दो महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के लिए बुधवार को दो मंत्रिमंडल समितियां बनाई।
सरकार के सूत्रों ने बताया कि निवेश एवं वृद्धि तथा रोजगार एवं कौशल विकास पर बनी दोनों समितियों की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करेंगे। निवेश एवं वृद्धि पर मंत्रिमंडल की समिति में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और रेल तथा वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल सदस्य होंगे।
रोजगार और कौशल विकास पर मंत्रिमंडल समिति में शाह, सीतारमण और गोयल के अलावा कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, कौशल विकास मंत्री एम एन पांडे, श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार और आवासीय तथा शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी शामिल होंगे।
सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल समिति बनाने का प्रावधान है लेकिन प्रधानमंत्री ने पिछले कार्यकाल के दौरान ऐसी कोई समिति नहीं बनाई थी। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने मोदी सरकार को हर साल दो करोड़ नौकरियां पैदा करने के वादे को पूरा ना करने को लेकर निशाना बनाया था। विपक्ष ने धीमी अर्थव्यवस्था का दावा करते हुए भी सरकार पर प्रहार किया था।
सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति गठित
सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) का बुधवार को गठन कर दिया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों को देखने वाली इस महत्वपूर्ण समिति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करेंगे।
रक्षा मंत्री , गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री इसके सदस्य होंगे। सरकार में सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली मौजूदा सीसीएस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सदस्य होंगे।
मंत्रिमंडलीय समितियों का गठन अथवा पुनर्गठन नई सरकार के बनने या जब मंत्रिमंडल में फेरबदल होता है, तब किया जाता है।