सोशल मीडिया में इस तरह फैलाई गई अफवाह, मॉब लिंचिंग से 10 लोगों की मौत

By रामदीप मिश्रा | Published: June 16, 2018 04:07 PM2018-06-16T16:07:59+5:302018-06-16T16:07:59+5:30

खबरों की मानें तो डॉक्टर्ड वीडियो, फेक अलर्ट और सनसनीखेज मैसेज बड़े पैमाने पर असमाजिक तत्वों के द्वारा फैलाए गए, जिसके बाद निर्दोष लोगों को शिकार बनाया गया।

mob lynching: 10 people murdered due to social media rumors | सोशल मीडिया में इस तरह फैलाई गई अफवाह, मॉब लिंचिंग से 10 लोगों की मौत

सोशल मीडिया में इस तरह फैलाई गई अफवाह, मॉब लिंचिंग से 10 लोगों की मौत

नई दिल्ली, 16 जूनः पिछले कुछ दिनों से गुस्साई भीड़ द्वारा की जाने वाली हत्याएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। खास बात यह है कि हत्याओं के बढ़ने का माध्यम सोशल मीडिया बताया जा रहा है, जहां फेक वीडियो और मैसेज के माध्यम से लोगों में अफवाह फैलाई गई। इस दौरान गुस्साए लोग सड़कों पर भी उतरे और विरोध प्रदर्शन किया। 

खबरों की मानें तो डॉक्टर्ड वीडियो, फेक अलर्ट और सनसनीखेज मैसेज बड़े पैमाने पर असमाजिक तत्वों के द्वारा फैलाए गए, जिसके बाद निर्दोष लोगों को शिकार बनाया गया। इन सभी को फैलाने के लिए सोशल मीडिया यानी फेसबुक और वाट्सएप का सहारा लिया गया। 

अभी हाल ही में झारखंड के गोड्डा जिले में गुस्साई भीड़ ने मवेशी चोरी करने के संदेह पर दो मुस्लिम युवकों को पीट-पीटकर उनकी हत्या कर मृतकों की पहचान पोड़ैयाहाट के तालझारी गांव निवासी मुर्तजा और सिराबुद्दीन अंसारी के रूप में की गई। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया था।

असम के कार्बी आंगलॉन्ग जिले में बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने दो युवकों को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई थी कि सोपाधारा (बच्चों का अपहरण करने वाला एक समूह) का एक समूह नागालैंड के दीमापुर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में छिपा हुआ है। इसके बाद भीड़ ने एक कार से दो लोगों को पकड़ लिया और पीट-पीटकर मारा डाला। मृतकों की पहचान निलोत्पल दास और अभिजीत नाथ के तौर पर हुई थी। वे डोकमोका क्षेत्र में काथिलांगसो झरने के पास घूमने आए थे।

वहीं, ऐसी घटनाएं मई महीने में तेलंगाना और कर्नाटक में भी देखने को मिली थीं, जहां कम से कम 5 लोगों की भीड़ ने पीटकर हत्या कर कर दी। ये सभी हत्याएं सोशल मीडिया पर फैलाई गई अफवाहों के चलते हुईं, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की। 

इसके अलावा तमिलनाडु में 9 मई 2018 को रुकमणी नाम की महिला को लोगों ने पीट पीटकर हत्या कर दी। दरअसल सूबे के थिमूर गांव में एक वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना को भीड़ ने अंजाम दिया। वीडियो में दिखाया गया कि बाइक सवार लोग एक बच्चे को छीनकर भाग रहे हैं, जोकि पाकिस्तान का था। उसे बनाकर ऐसे पेश किया गया था जैसे वह तमिलनाडु का है। 

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Web Title: mob lynching: 10 people murdered due to social media rumors

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