'140 करोड़ भारतीय पेशाब करें तो PAK में सुनामी आ जाएगी': बिलावल भुट्टो की 'युद्ध की धमकी' पर मिथुन चक्रवर्ती का तीखा जवाब | VIDEO
By रुस्तम राणा | Updated: August 12, 2025 18:46 IST2025-08-12T18:46:12+5:302025-08-12T18:46:17+5:30
भुट्टो ने कथित तौर पर यह भी चेतावनी दी कि अगर एक और युद्ध हुआ, तो पाकिस्तान "अपनी सभी छह नदियों को बहाल कर देगा"। ज़रदारी इससे पहले 2022 से 2023 तक पाकिस्तान के 37वें विदेश मंत्री थे।

'140 करोड़ भारतीय पेशाब करें तो PAK में सुनामी आ जाएगी': बिलावल भुट्टो की 'युद्ध की धमकी' पर मिथुन चक्रवर्ती का तीखा जवाब | VIDEO
नई दिल्ली: सिंधु जल संधि पर पाकिस्तान के बिलावल भुट्टो ज़रदारी की कथित टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा नेता और वरिष्ठ अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने तीखी चेतावनी दी है। अभिनेता से नेता बने मिथुन चक्रवर्ती की यह टिप्पणी भुट्टो के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था, "अगर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंधु नदी पर हमले की घोषणा करते हैं, तो वे हमारे इतिहास, संस्कृति और सभ्यता पर हमला करेंगे... पाकिस्तान के लोगों में युद्ध की स्थिति में मोदी का सामना करने की ताकत है।" भुट्टो ने कथित तौर पर यह भी चेतावनी दी कि अगर एक और युद्ध हुआ, तो पाकिस्तान "अपनी सभी छह नदियों को बहाल कर देगा"। ज़रदारी इससे पहले 2022 से 2023 तक पाकिस्तान के 37वें विदेश मंत्री थे।
चक्रवर्ती ने जवाब दिया: "अगर ऐसी बातें करते रहेंगे और हमारी खोपड़ी सनक गई, तो फिर एक के बाद एक ब्रह्मोस चलेगा... उसके बाद, हम बाँध खोल देंगे और सुनामी आ जाएगी। मुझे पाकिस्तान के लोगों से कोई शिकायत नहीं है। मैंने यह सब (भुट्टो) से कहा है।" उन्होंने अपनी टिप्पणी की शुरुआत नरम लहजे में की थी: "मैं पाकिस्तान देश के खिलाफ कुछ नहीं कहना चाहता। पाकिस्तान के लोग अच्छे हैं, वे भी युद्ध नहीं चाहते।"
#WATCH | Kolkata, WB: On Bilawal Bhutto's reported statement on Indus Water Treaty, BJP leader Mithun Chakraborty says, "...Agar aisi baatein karte rahenge aur hamari khopdi sanak gayi toh phir ek ke baad ek BrahMos chalega... We have also thought of building a dam where 140… pic.twitter.com/biXisYeFzM
— ANI (@ANI) August 12, 2025
चक्रवर्ती की यह टिप्पणी 1960 की सिंधु जल संधि को लेकर नए सिरे से उपजे तनाव के बीच आई है। भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद इस संधि को निलंबित कर दिया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में घोषणा की थी कि भारत इस ऐतिहासिक समझौते को फिर से लागू नहीं करेगा, क्योंकि यह संधि "शांति और प्रगति" के लिए थी, जिसका पाकिस्तान ने उल्लंघन किया है।