मिर्जापुर: मिड-डे मील की सब्जी में गिरी 3 साल की मासूम, झुलसकर मौत, पढ़ने की जिद कर जाती थी स्कूल
By पल्लवी कुमारी | Updated: February 4, 2020 10:45 IST2020-02-04T10:45:12+5:302020-02-04T10:45:12+5:30
मिर्जापुर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि मामला उनकी जानकारी में आया है। जिसके बाद उन्होंने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मिलने के बाद जांच करवाने का आश्वासन दिया है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के लालगंज थानाक्षेत्र में मिड-डे मील की गर्म सब्जी के भगौने में गिरने से तीन साल की मासूम बच्ची आंचल की मौत हो गई है। घटना सोमवार (3 फरवरी) दोपहर की है। मिर्जापुर के लालगंज थानाक्षेत्र के रामपुर अतरी गांव में मौजूद प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूल में सोमवार की दोपहर मिड-डे मील परोसने की तैयारी चल रही थी, इसी दौरान खेलती हुई तीन साल की बच्ची इसमें गिर गई और बुरी तरह झुलस गई। जिसके बाद उसकी मौत हो गई। कार्रवाई करते हुए डीएम सुशील कुमार पटेल ने हेड मास्टर को निलंबित करने के साथ रसोइया के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया है।
आरोप है कि जिस वक्त ये घटना हुई रसोइया अपने मोबाइल फोन पर बिजी थी। सब्जी के भगौने में बच्ची के गिरते ही उसका सात साल का भाई चिल्लाने लगा, जो उसी स्कूल में पढ़ता था। शोर सुनकर अध्यापक आए और बच्ची को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। 80 फीसदी से ज्यादा जली बच्ची को तुरंत मंडलीय अस्पताल रिफर किया गया, जहां बच्ची की मौत हो गई। घटना के रसोइया स्कूल छोड़कर भाग गई।
Mirzapur district magistrate Sushil Kumar Patel: Directions have been given for the immediate suspension of the Headmaster of the school. Basic Education Officer has been asked to lodge an FIR. Action will be taken against the people responsible. (03.02.2020) pic.twitter.com/PzyQB6j9ab
— ANI UP (@ANINewsUP) February 3, 2020
घटना के लिए पीड़ित परिवार वालों ने स्कूल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। मिर्जापुर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि मामला उनकी जानकारी में आया है। जिसके बाद उन्होंने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मिलने के बाद जांच करवाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी उन्होंने कहा, मुझे बताया जा रहा है कि लड़की स्कूल की छात्रा नहीं थी।
बताया जा रहा है कि बच्ची स्कूल की छात्रा नहीं थी। पढ़ने की जिद करके वह अपने भाइयों के साथ बच्ची स्कूल आती थी।