जलशक्ति मंत्रालय ने और गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए शुरू किया 100 दिनों का अभियान
By भाषा | Published: August 25, 2021 08:38 PM2021-08-25T20:38:49+5:302021-08-25T20:38:49+5:30
जलशक्ति मंत्रालय ने ग्राम स्तर पर अपशिष्ट जल प्रबंधन के माध्यम से खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) और गांव तैयार करने के लिए बुधवार को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत 100 दिनों का ‘सुजलाम’ अभियान शुरू किया। मंत्रालय ने कहा कि इस अभियान का प्रयास अल्प समय में तीव्र गति से देशभर में गांवों के लिए खुले में शौच से मुक्त का दर्जा हासिल करने पर केंद्रित रहेगा। उसने कहा, ‘‘ यह अभियान आज यानी 25 अगस्त, 2021 से शुरू हुआ है और अगले 100 दिनों तक जारी रहेगा।’’ उसने कहा कि 100 दिनों के इस अभियान का लक्ष्य खासकर दस लाख जल रिसाव गडढों (सॉकपिट) के निर्माण एवं अन्य अपशिष्ट जल प्रबंधन गतिविधियों के मार्फत गांव के स्तर पर जलप्रबंधन करना एवं अधिकाधिक ओडीएफ गांव तैयार करना है। मंत्रालय ने कहा कि इस अभियान से न केवल गांवों में अपशिष्ट जल के प्रबंधन के वास्ते सॉकपिट जैसे वांछित बुनियादी ढांचों का निर्माण होगा बल्कि जलाशयों के संपोषणीय प्रबंधन में भी मदद मिलेगी। उसने एक बयान में कहा कि गांवों या उसके बाहरी क्षेत्र में अपशिष्ट जल का निस्तारण एवं जलाशयों में गंदगी का जाना बड़ी समस्याओं में एक है और इस अभियान से अपशिष्ट जल के प्रबंधन में मदद मिलेगी । मंत्रालय ने कहा कि साथ ही इस अभियान से सामुदायिक भागीदारी के जरिए स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के दूसरे चरण की गतिविधियों में तेजी आएगी और खुले में शौच से मुक्त गतिविधियों के बारे में जागरूकता बढ़ेगी एवं निर्मित बुनियादी ढांचों के रखरखाव एवं संपोषणीयता सुनिश्चित होगी।
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