मंत्री ने कहा, मानवाधिकार आयोग के खिलाफ कानूनी विकल्प तलाश रहा हूं

By भाषा | Updated: July 16, 2021 16:01 IST2021-07-16T16:01:43+5:302021-07-16T16:01:43+5:30

Minister said, I am exploring legal option against Human Rights Commission | मंत्री ने कहा, मानवाधिकार आयोग के खिलाफ कानूनी विकल्प तलाश रहा हूं

मंत्री ने कहा, मानवाधिकार आयोग के खिलाफ कानूनी विकल्प तलाश रहा हूं

कोलकाता, 16 जुलाई राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की समिति द्वारा ‘‘कुख्यात अपराधियों की सूची’’ में नाम शामिल किए जाने से व्यथित वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने शुक्रवार को कहा कि वह कानूनी विकल्प तलाश कर रहे हैं। समिति ने बंगाल में चुनाव बाद हिंसा पर एक रिपोर्ट तैयार की है।

सूची में शामिल टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) के कई अन्य विधायकों ने दावा किया कि उनकी पार्टी की छवि खराब करने के लिए जानबूझ कर प्रयास किए जा रहे हैं।

उत्तर 24 परगना के हाबरा से तीन बार से विधायक मल्लिक ने कहा, ‘‘आरोपों से मैं बहुत व्यथित हूं। मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने की बात छोड़िए अगर पश्चिम बंगाल के किसी थाने में कोई मेरे खिलाफ सामान्य डायरी प्रविष्टि की बात बता दे तो मैं उसे पुरस्कार दूंगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कानून के मुताबिक कदम उठाया जाएगा और जरूरत पड़ने पर अदालत में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।’’

कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के अध्यक्ष द्वारा गठित जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पश्चिम बंगाल में स्थिति ‘‘शासन के बजाए शासक’’ के इशारे पर चल रहे कानून का द्योतक है।

उच्च न्यायालय के समक्ष 13 जुलाई को पेश रिपर्ट में ‘‘हत्या और बलात्कार जैसे संगीन अपराधों’’ की सीबीआई जांच की अनुशंसा की गई है।

दस्तावेज में टीएमसी के कई नेताओं को ‘‘कुख्यात अपराधी’’ बताया गया है जिनमें वन मंत्री, कैनिंग पूर्व से विधायक शौकत मुल्ला, नैहाती के विधायक पार्थ भौमिक, दिनहटा के पूर्व विधायक उदयन गुहा और नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव एजेंट शेख सूफियान शामिल हैं।

मल्लिक से सहमित जताते हुए नैहाती से विधायक ने कहा कि ‘‘सूची से प्रतिशोध की बू आ रही है।’’

नैहाती से तीन बार के विधायक भौमिक ने कहा, ‘‘मेरे खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है...आयोग की तरफ से यह टीएमसी की छवि खराब करने का जानबूझ कर किया गया प्रयास है।’’

गुहा ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने कूचबिहार के दिनहटा में उन घरों का दौरा किया जिन्होंने उन पर हमले किए थे लेकिन टीम उनके घर नहीं आई जबकि यह ‘‘महज थोड़ी दूर पर स्थित है।’’

सूफियान ने एनएचआरसी की समिति पर ‘‘पक्षपातपूर्ण रवैया’’ अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि समिति ने भाजपा और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के कहने के मुताबिक काम किया है।

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Web Title: Minister said, I am exploring legal option against Human Rights Commission

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