सुप्रिया सुले के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद मंत्री अब्दुल सत्तार में मांगी माफी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 7, 2022 10:17 PM2022-11-07T22:17:28+5:302022-11-07T22:22:42+5:30
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री अब्दुल सत्तार ने एनसीपी नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की लेकिन एनसीपी के उग्र विरोध को देखते हुए सत्तार ने फौरन यू-टर्न ले लिया और अपने बयान के लिए माफी मांग ली।
मुंबई: महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार एनसीपी नेता और पार्टी चीफ शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले पर अपमानजनक टिप्पणी करके बुरे फंस गये हैं। एनसीपी की ओर से कड़ा विरोध होने बाद सत्तार ने फौरन यू-टर्न ले लिया और अपने बयान के लिए माफी भी मांग ली।
मंत्री अब्दुल सत्तार के द्वारा लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ लगाये गये आरोपों पर भड़के एनसीपी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को औरंगाबाद और मुंबई स्थित मंत्री सत्तार के आवासों पर पथराव किया। इतना ही एनसीपी कार्यकर्ताओं ने मंत्री अब्दुल सत्तार के खिलाफ उनके गृह नगर सिल्लोड सहित पुणे, ठाणे, जालना, नागपुर और पंढरपुर में भी उग्र प्रदर्शन किया।
समाचार वेबसाइट जी न्यूज के मुताबिक एनसीपी कार्यकर्ताओं की आलोचना झेल रहे मंत्री सत्तार ने फौरन सुले पर की गई कथित टिप्पणी के मामले में सफाई पेश करते हुए कहा कि अगर उनकी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है तो वो इसके लिए खेद जताते हैं लेकिन साथ में सत्तार ने यह भी कहा कि उन्होंने शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के खिलाफ कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है।
वहीं एनसीपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सिल्लोड से विधायक अब्दुल सत्तार ने उस समय कथित तौर पर सुप्रिया सुले के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया, जब पत्रकारों ने उनसे "खोके" (पैसे के बक्से) के बारे में पूछा था।
दरअसल शिवसेना का ठाकरे गुट अक्सर शिंदे गुट के विधायकों पर निशाना साधने के लिए "40 खोके" का ताना मारते हैं। शिवसेना ठाकरे गुट का कहना है कि बागी विधायकों ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह करने के लिए कथिततौर से पैसे लिये थे।
वहीं मंत्री अब्दुल सत्तार की टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ने पर शिदे सरकार के एक अन्य मंत्री और शिंदे खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर भी मीडिया के सामने आये और मंत्री सत्तार द्वारा सुले के खिलाफ की गई टिप्पणियों के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि सत्तार को भी माफी मांगनी चाहिए और बयान के बारे में जनता के बीच स्पष्टीकरण देना चाहिए। इसके साथ ही मंत्री केसरकर ने ह भी कहा कि वो सत्तार विवाद में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात करेंगे और उनसे इस संबंध में दिशा-निर्देश लेंगे।
इससे पहले दिन में एनसीपी नेता विद्या चव्हाण ने शिंदे सरकार से मांग की थी कि मंत्री अब्दुल सत्तार का इस्तीफे लिया जाए, नहीं तो एनसीपी के कार्यकर्ता अब्दुल सत्तार को महाराष्ट्र की सड़कों पर घूमने नहीं देंगे। वहीं एनसीपी के एक अन्य नेता एकनाथ खड़से ने भी मंत्री अब्दुल सत्तार के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कृषि मंत्री सत्तार को बोलने और व्यवहार करने का शिष्टाचार ज्ञान दें, वो मुख्यमंत्री शिंदे की छवि को भी डेंट लगा रहे हैं।