केरल में भारी बारिश से आफत में जिंदगी, तीन जिलों में 'रेड अलर्ट' जारी
By अंजली चौहान | Updated: July 5, 2023 15:57 IST2023-07-05T15:52:34+5:302023-07-05T15:57:38+5:30
बुधवार को केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जिसके परिणामस्वरूप जलजमाव हो गया, पेड़ उखड़ गए और आवासीय और व्यावसायिक इमारतों को नुकसान पहुंचा।

फाइल फोटो
तिरुवनंतपुरम: भारत के दक्षिण राज्य केरल में बुधवार को भारी बारिश से हालात खराब हो गए है। केरल के कई हिस्सों में बारिश के कारण जलभराव देखने को मिल रहा है। जगह-जगह पानी भरने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि तेज बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ उखड़ने की सूचना मिली है। भारी बारिश को देखते हुए भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के लिए चेतावनी जारी की है।
तीन जिलों में रेड अलर्ट
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने सूचना देते हुए बताया है कि केरल के इडुक्की, कासरगोड और कन्नूर जिले में भारी बारिश हो सकती है जिसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, अन्य 11 जिलों में ऑरेज अलर्ट जारी किया गया है।
दरअसल, रेड अलर्ट 24 घंटों में 20 सेमी से अधिक की भारी से अत्यधिक भारी बारिश का संकेत देता है, जबकि ऑरेंज अलर्ट का मतलब 6 सेमी से 20 सेमी तक की बहुत भारी बारिश है।
येलो अलर्ट का मतलब है 6 से 11 सेमी के बीच भारी बारिश। ऐसें अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन तीन जिलों में अत्याधिक बारिश होने से जलजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है।
इससे पहले आईएमडी ने मंगलवार ने भविष्यवाणी कर बताया था कि केरल में अगले तीन से पांच दिनों के लिए राज्य में मध्यम से अत्यधिक बारिश हो सकती है।
छह जिलों- कन्नूर, त्रिशूर, एर्नाकुलम, इडुक्की, कोट्टायम और कासरगोड में अधिकारियों ने एहतियाती उपायों के तहत आज शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की है। राज्य के सभी तालुकों में स्थिति की समीक्षा के लिए आपातकालीन संचालन केंद्र स्थापित किए गए हैं।
भारी बारिश के देखते हुए केरल सरकार के राजस्व मंत्री के राजन ने जिला कलेक्टरों और अन्य राजस्व अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। एक फेसबुक पोस्ट में, मंत्री ने लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह करते हुए आश्वासन दिया कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
सीएम पिनाराई विजयन ने मंगलवार को एक फेसबुक पोस्ट में बताया, "विभिन्न विभागों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के प्रतिनिधियों के साथ राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का संचालन शुरू कर दिया गया है।"
पोस्ट में आगे कहा गया है कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की सात टीमों को आपातकालीन उपयोग के लिए इडुक्की, पथानामथिट्टा, मलप्पुरम, वायनाड, कोझीकोड, अलाप्पुझा और त्रिशूर जिलों में तैनात किया गया है। इसके अलावा पोस्ट में पालन करने के लिए कई दिशानिर्देशों का उल्लेख किया गया है।