भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को लेकर वित्तमंत्री अरुण जेटली को एक बार फिर घेरने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'गीतांजली जेम्स ने अरुण जेटली की बेटी सोनाली जेटली और दामाद जयेश बख्शी की लीगल फर्म को 24 लाख रुपये दिए थे। 4 जनवरी 2018 को मेहुल चोकसी देश से फरार हो गया। 20 फरवरी को सोनाली और जयेश ने यह कहते हुए 24 लाख रुपये वापस कर दिए कि उन्होंने मेहुल के लिए कोई काम नहीं किया है।' कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि जेटली को हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के फरार होने की जानकारी थी।
इससे पहले भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने भी एक बयान देकर अरुण जेटली के लिए मुसीबत खड़ी कर दी थी। माल्या ने कहा था कि मैंने संसद में अरुण जेटली से मुलाकात की थी और मैंने उन्हें का था कि मैं लंदन जा रहा हूं, मैं बैंकों के साथ लोन विवाद सेटलमेंट करना चाहता हूं। क्या वह बातचीत की सुविधा करवाएंगे?
माल्या के इस बयान को मुद्दा बनाकर कांग्रेस पार्टी ने जेटली पर निशाना साधा था। कांग्रेस ने कहा कि जेटली को इसकी जानकारी थी उसके बावजूद जाने दिया। इसके जवाब में बीजेपी ने कहा था कि माल्या को गांधी परिवार का साथ मिला हुआ था।