MCD Mayor Election 2023: भाजपा ने शिखा राय और सोनी पांडे को मैदान में उतारा, आप प्रत्याशी शैली ओबेरॉय और आले मोहम्मद इकबाल से टक्कर, मतदान 26 अप्रैल को
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 18, 2023 14:57 IST2023-04-18T14:55:41+5:302023-04-18T14:57:01+5:30
MCD Mayor Election 2023: मतदान 26 अप्रैल को होगा। शिखा राय ग्रेटर कैलाश-1 वार्ड से पार्षद हैं, जबकि सोनी पांडे उत्तरपूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार वार्ड का प्रतिनिधित्व करती हैं।

एमसीडी चुनाव 26 अप्रैल को होने हैं। (file photo)
नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में पर्याप्त संख्याबल न होने के बावजूद महापौर और उपमहापौर पद के चुनाव के लिए उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। पार्टी ने शिखा राय को महापौर और उपमहापौर पद के लिए सोनी पांडे को मैदान में उतराने का निर्णय किया है।
दिल्ली प्रदेश भाजपा के एक बयान के मुताबिक, राय और पांडे मंगलवार को बाद में अपने नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। आज नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है और मतदान 26 अप्रैल को होगा। शिखा राय ग्रेटर कैलाश-1 वार्ड से पार्षद हैं, जबकि सोनी पांडे उत्तरपूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार वार्ड का प्रतिनिधित्व करती हैं।
इससे पहले, दिल्ली भाजपा के एक शीर्ष नेता ने दावा किया था कि पार्टी के महापौर व उपमहापौर पद का चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है क्योंकि आम आदमी पार्टी (आप) के पक्ष में "स्पष्ट जनादेश" है। ‘आप’ ने इन पदों के लिए मौजूदा महापौर शैली ओबेरॉय और उपमहापौर आले मोहम्मद इकबाल को फिर से मैदान में उतारा है। दिल्ली नगर निगम के महापौर का एक साल का कार्यकाल अप्रैल में शुरू होता है।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) महापौर चुनाव में शैली ओबेरॉय और आले मोहम्मद इकबाल ने फिर से क्रमश: महापौर तथा उप महापौर पद के लिए सोमवार को नामांकन दाखिल किया था। एमसीडी चुनाव 26 अप्रैल को होने हैं। इस दौरान राज्यसभा के सदस्य संजय सिंह और आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी भी उनके साथ मौजूद थीं।
वर्तमान में शैली ओबेरॉय महापौर और मोहम्मद इकबाल उप महापौर हैं। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में हर वित्तीय वर्ष के अंत के बाद नए सिरे से महापौर का चुनाव होता है। एमसीडी में पहले वर्ष के लिए महापौर का पद महिला के लिए आरक्षित रहता है, दूसरे वर्ष में पद किसी वर्ग के लिए आरक्षित नहीं होता।
तीसरे वर्ष में आरक्षित वर्ग का व्यक्ति ही चुनाव लड़ सकता है और अन्य दो वर्ष किसी भी वर्ग का व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है। तीन निगमों को एमसीडी में एकीकृत करने के बाद एक नए परिसीमन की कवायद की गई थी, जिसमें 2012 के मुकाबले वार्ड की कुल संख्या 272 से घटाकर 250 कर दी गई थी। दिल्ली में पिछले चार दिसंबर को नगर निकाय चुनाव हुए थे, जिसमें आम आदमी पार्टी (आप) ने जीत दर्ज की थी।