नयी दिल्ली, 26 जुलाई दिल्ली नगर निगम ने शहर में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए ‘गहन अभियान’ शुरू किया है, जिसके तहत नियमित तौर पर विभिन्न इलाकों में धूम्रीकरण किया जा रहा है और मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए दवा का छिड़काव किया जा रहा है। यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी।
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक अभियान के तहत वार्ड स्तर पर रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की जा रही है और जागरूकता के लिए पर्चे बांटे जा रहे हैं।
दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के महापौर मुकेश सूर्यन ने बताया कि शहर में मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए करीब 2000 कर्मचारियों को लगाया गया है, जो घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रहे हैं, जागरूकता अभियान चला रहे हैं, धूम्रीकरण कर रहे हैं और मच्छरों का लार्वा नष्ट करने के लिए दवाओं का छिड़काव कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि डीबीसी कर्मियों, जन स्वास्थ्य अधिकारियों और शिक्षकों को इन काम में लगाया गया है और मलिन बस्तियों और झुग्गी झोपड़ियों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि अबतक जेजे कॉलोनियों के 42 हजार घरों का सर्वेक्षण किया गया है, जिनमें से करीब 800 घरों में मच्छरों का लार्वा मिला है।
दिल्ली के तीनों नगर निगमों- दक्षिण दिल्ली नगर निगम, पूर्वी दिल्ली नगर निगम और उत्तर दिल्ली नगर निगम- द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक इस साल 24 जुलाई तक डेंगू के 48 मामले सामने आए हैं जबकि पिछले साल इसी अवधि में केवल 28 मामले आए थे। हालांकि, किसी की मौत दर्ज नहीं की गई है।
आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में 24 जुलाई तक चिकनगुनिया के 11 मामले आए हैं जबकि पिछले साल इसी अवधि तक इस बीमारी के 16 मरीज सामने आ चुके थे।
पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया, ‘‘हम घर-घर सर्वेक्षण का काम और तेज करेंगे। हम नियमित रूप से घरों की जांच कर रहे हैं और हमारे डीबीसी कर्मियों ने अबतक 36 लाख परिवारों का निरीक्षण किया है।
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