Madhya Pradesh: इंग्लैंड की महापौर ने देश की सबसे स्वच्छ सिटी इंदौर में देखी सफाई व्यवस्था, की ये बात
By मुकेश मिश्रा | Updated: February 23, 2025 10:42 IST2025-02-23T10:42:02+5:302025-02-23T10:42:35+5:30
Madhya Pradesh: उन्होंने इंदौर के डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण प्रणाली, जीटीएस (गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन) की कार्यप्रणाली और संपूर्ण कचरा प्रबंधन प्रणाली को समझा।

Madhya Pradesh: इंग्लैंड की महापौर ने देश की सबसे स्वच्छ सिटी इंदौर में देखी सफाई व्यवस्था, की ये बात
Madhya Pradesh: देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में स्वच्छता के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों का अध्ययन करने गेरार्ड क्रॉस टाऊन कॉउंसिल (बकिंघमशायर, इंग्लैंड) की महापौर सुश्री प्रेरणा भारद्वाज इंदौर पहुंचीं। उन्होंने इंदौर के महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस अवसर पर नगर निगम के आला अधिकारी भी दौरे में सम्मिलित हुए।
निरीक्षण के दौरान विधानसभा क्षेत्र पांच के वार्ड 37 स्थित क्लासिक पूर्णिमा पार्क कॉलोनी में स्वच्छता की व्यवस्थाओं को बारीकी से परखा गया। महापौर प्रेरणा भारद्वाज ने कहा कि उनके शहर में कचरा संग्रहण सप्ताह में एक बार किया जाता है, जबकि इंदौर में यह कार्य प्रतिदिन दो बार किया जाता है। उन्होंने इस प्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि इतने बड़े शहर को स्वच्छ बनाए रखने में जनभागीदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और यह इंदौर की सफलता का बड़ा कारण है।
महापौर भार्गव ने निरीक्षण के दौरान बताया कि इंदौर नगर निगम किस प्रकार अपनी सफाई व्यवस्था संचालित करता है और किस तरह से आमजन की सहभागिता, जनप्रतिनिधियों की सक्रियता, निगम अधिकारियों तथा कर्मचारियों की मेहनत से इंदौर लगातार सात वर्षों से स्वच्छता में देशभर में शीर्ष स्थान पर बना हुआ है।
इस दौरान प्रेरणा भारद्वाज ने क्षेत्रीय रहवासियों से भी चर्चा की और उनकी भागीदारी तथा स्वच्छता के प्रति जागरूकता की प्रशंसा की। उन्होंने इंदौर के डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण प्रणाली, जीटीएस (गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन) की कार्यप्रणाली और संपूर्ण कचरा प्रबंधन प्रणाली को समझा।
इंदौर नगर निगम द्वारा किए जा रहे सफाई के प्रयासों और नवाचारों को देखकर प्रेरणा भारद्वाज ने इस प्रणाली को अनुकरणीय बताया। उन्होंने कहा कि इंदौर की स्वच्छता व्यवस्था और नागरिकों की जागरूकता अन्य शहरों के लिए एक मिसाल है। उन्होंने इस मॉडल को अपने शहर में अपनाने की इच्छा भी जताई।
इंग्लैंड की महापौर के इस दौरे से इंदौर की सफाई व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है और यह अन्य शहरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है।