शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन, 30 जनवरी को थम जाएगा पूरा देश, जानिए क्या है मामला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: January 20, 2021 19:02 IST2021-01-20T19:01:28+5:302021-01-20T19:02:42+5:30
केंद्र सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को ''पराक्रम दिवस'' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया है, बोस की 125वीं जयंती 23 जनवरी को मनाई जाएगी. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने जानकारी दी.

30 जनवरी को सुबह 11 बजे सभी दो मिनट का मौन रखें. (file photo)
नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने शहीदों के सम्मान में एक और फैसला लिया है. गृह मंत्रालय ने शहीद दिवस को लेकर सभी राज्यों और केेंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि 30 जनवरी को सुबह 11 बजे सभी दो मिनट का मौन रखें.
महात्मा गांधी के निधन की तिथि को हर वर्ष 30 जनवरी को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है. वर्ष 1948 में इसी दिन दिल्ली के बिड़ला भवन में शाम की प्रार्थना सभा के दौरान महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. केंद्र सरकार ने नए आदेश में इस दिन देश की आजादी में बलिदान देने वालों की याद में दो मिनट का मौन रखने को कहा है.
पहले मौन के दौरान कुछ दफ्तरों में कामकाज चलता रहता था, अब इसको सख्ती से लागू करने का आदेश जारी किया गया है. केंद्र ने हाल ही में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को पराक्र म दिवस के तौर पर मनाने के फैसले के बाद अब शहीदों के सम्मान में यह फैसला लिया है.
कामकाज और आवाजाही रुक जाएगी: केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को इसको लेकर जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं. इस नए आदेश में देश की आजादी में बलिदान देने वालों की याद में 11 बजे से दो मिनट का मौन रखने को कहा गया है. इस दौरान कामकाज और आवाजाही पर रोक रहेगी. पूरे देश में उन दो मिनट के लिए कोई कामकाज या आवाजाही नहीं होगी, यानी उस दौरान पूरा देश थम जाएगा.
11 बजने से पूर्व ऐसे जारी होगा अलर्ट: प्रशासन की ओर से जहां जैसी व्यवस्था है, वहां उस तरीके से 10.59 बजे अलर्ट कर दिया जाएगा.जिन जगहों पर सायरन की व्यवस्था है, वहां सायरन बजाकर मौन रखने की याद दिलाई जाएगी. कुछ जगहों पर आर्मी गन से फायर करके संदेश दिया जाएगा.